हवाई सफर में अगल-बगल में बैठे जयराम-सुक्खू, एक दूसरे से बोले- मेरी बन रही सरकार
हिमाचल: हवाई सफर में अगल-बगल में बैठे जयराम-सुक्खू, एक दूसरे से बोले- मेरी बन रही सरकार
कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे सुक्खू
न्यूज़ देशआदेश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कांग्रेस की प्रचार समिति के प्रमुख एवं पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को चंडीगढ़ से नई दिल्ली के लिए साथ-साथ हवाई सफर किया। वे इस दौरान अगल-बगल में बैठे। इनमें हल्के-फुल्के अंदाज में करीब पौने घंटे तक बहस-मुबाहिसा चला। दोनों ने ही आसमान में सफर के दौरान अपनी-अपनी सरकारें बनाने के दावे पेश किए। जयराम भाजपा के रिपीट होने की बात दोहराते रहे तो सुक्खू कांग्रेस के सत्ता में आने का दावा पेश करते रहे।
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मजाकिया अंदाज में उनसे कहा कि भाजपा सरकार बना रही है। सुक्खू ने कहा कि जयराम ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि वे कांग्रेस के लोगों को भी तोड़कर सरकार बनाएंगे। पांच-छह निर्दलीय जीतेंगे तो वे सरकार बना लेंगे। इस पर उन्होंने जयराम ठाकुर को कहा कि इस बार कांग्रेस के कट्टर लोग जीतकर आ रहे हैं और ये टूटने वाले नहीं हैं। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वह एलायंस एयरलाइंस में दिल्ली गए।
यह फ्लाइट दो बजे चलती है और पौने तीन बजे नई दिल्ली पहुंचती है। यह संयोग से ही हुआ। वह बच्चों के पास दिल्ली जा रहे थे कि इस बीच सीएम जयराम ठाकुर भी हवाई जहाज में आए और वह बगल में बैठे। यह चर्चा होती रही कि कौन सी सीट जीत रहे हैं और कौन सी हार रहे हैं। उन्होंने हल्के अंदाज में सीएम को कहा कि वे जाएं और उन्हें सत्ता में आने दे।
कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे सुक्खू
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तो भाजपा के सत्ता में बने रहने की सूरत में फिर से सीएम का चेहरा घोषित किए जा चुके हैं। दूसरी ओर अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी सीएम पद की दावेदारी में होंगे।
कांग्रेस हाईकमान ने सुक्खू को कांग्रेस की प्रचार समिति का प्रमुख बनाया है, जिसकी कमान पूर्व सीएम दिवंगत वीरभद्र सिंह के हाथों में रह चुकी है। सुक्खू को कांग्रेस हाईकमान ने टिकट तय करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाकर भी विशेष अधिमान दिया है। पहली बार इस कमेटी में केवल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता को रखने की परंपरा के बजाय इसमें एक अन्य सदस्य सुक्खू को भी जोड़ा।