चंडीगढ़ में खरीदी शराब की पेटी, एसआई और तीन कांस्टेबल निलंबित
Himachal: चंडीगढ़ में खरीदी शराब की पेटी, एसआई और तीन कांस्टेबल निलंबित; एसपी ने की कार्रवाई

चंडीगढ़ में शराब की पेटी खरीदने के आरोप में हिमाचल पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर और तीन कांस्टेबलों को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया। शराब खरीदने और सरकारी गाड़ी में उसे रखने का एक वीडियो शुक्रवार देर शाम वायरल होने के बाद सोलन जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने यह कार्रवाई की। विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार सब इंस्पेक्टर और तीन पुलिस कांस्टेबल दिन को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के काफिले को चंडीगढ़ छोड़ने गए थे। मुख्यमंत्री चंडीगढ़ से हवाई मार्ग से दिल्ली रवाना हो गए। चारों पुलिस कर्मी जब चंडीगढ़ से वापस सोलन आ रहे थे तो उन्होंने गाड़ी शोरूम के बाहर रोकी।
सोलन पुलिस की इस गाड़ी में एक सब इंस्पेक्टर, तीन कांस्टेबल थे। यह कर्मचारी एक शोरूम से शराब की पेटी की खरीद के बाद सरकारी वाहन में रखते दिखे। जैसे ही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ, उसके तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई कर दी। वहीं, मामले में विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। उधर, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें चार पुलिस कर्मी चंडीगढ़ में एक शोरूम के बाहर शराब खरीदते दिखाए जा रहे हैं। इसका पता चलते ही एक सब इंस्पेक्टर और तीन कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया है। वीडियो कितना सच है, जांच के बाद ही पता चलेगा।
दो सोलन और दो रिजर्व बटालियन कोलर सिरमौर के हैं जवान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निलंबित दो पुलिस कर्मी सोलन के, जबकि दो सिरमौर जिला स्थित रिजर्व बटालियन कोलर के हैं। इनकी स्पेशल ड्यूटी काफिले में लगाई गई थी। इस तरह का यह पहला मामला सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मी वर्दी में ठेके में शराब खरीदते हुए पाए गए हैं। मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों पर एक्शन ले लिया गया है। अब विभागीय जांच में वायरल वीडियो की सत्यता का पता लगाया जाएगा। अगर इन पर आरोप तय हो जाते हैं तो कार्रवाई होना तय है।
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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विधि, मानवाधिकार एवं आरटीआई विभाग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन ‘सांविधानिक चुनौतियांः परिप्रेक्ष्य एवं मार्ग’ के दूसरे सत्र की अध्यक्षता की। धर्म और संविधान विषय पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है और राज्य का दृष्टिकोण धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, जिसमें प्रत्येक धर्म का सम्मान एवं देश के शांति व सौहार्द की प्राचीन परंपराओं को कायम रखना चाहिए। सर्व धर्म समभाव की विचारधारा पर चलते हुए देश में भाईचारे की भावना को पोषित किया जाना चाहिए, जो धर्मनिपेक्षता और धार्मिक स्वतंत्रता का मजबूत आधार है।

सुक्खू ने कहा कि हमारे देश में प्रत्येक धर्म का सम्मान किया जाता है और देश की विविधता ही देश की ताकत है। उन्होंने कहा कि हम अपनी धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाने जाते हैं और इन समृद्ध मूल्यों के अभाव में समाज में हिंसा और संघर्ष की परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म लोगों को आपस में जोड़ता है और धर्म का इस्तेमाल लोगों को बांटने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। धर्म को राजनीति से अलग करने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, डॉ. अभिषेक सिंघवी, अलका लांबा, प्रमोद तिवारी और अन्य ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।