हिमाचल में हेली टैक्सी सेवाएं देने तीन कंपनियां आईं आगे
फ्लाइट शुरू करने के लिए केंद्र उड्डयन मंत्रालय ने कंपनियों से मांगे थे आवेदन
देशआदेश मीडिया
हिमाचल में हवाई सेवाएं शुरू करने के लिए तीन नामी कंपनियों ने हामी भरी है। उड़ान-दो के तहत नॉन शेड्यूल फ्लाइट शुरू करने के लिए केंद्र उड्डयन मंत्रालय ने कंपनियों से आवेदन मांगे थे।
कंपनियों ने चंडीगढ़ से पालमपुर, धर्मशाला, चंबा, किन्नौर, रिकांगपिओ तक हवाई सेवाएं देने की बात कही है। अब केंद्र सरकार की ओर से कंपनियों को रूट अवार्ड किए जाने हैं।
हिमाचल में नवंबर से हैली टैक्सी सेवाएं बंद हैं। जिस कंपनी को काम सौंपा था, उसका समय पूरा हो चुका है।
सूत्र बताते हैं कि हवाई सेवाओं के लिए पवन हंस और ग्लोबल वैक्टरा जैसी नामी कंपनियां आगे आई हैं। ये सेवाएं चंडीगढ़ -1 से पालमपुर, धर्मशाला और चंबा, चंडीगढ़ से बद्दी और रिकांगपिओ के बीच शुरू होंगी।
वहीं, एक अन्य कंपनी ने धर्मशाला, पालमपुर, चंबा, रक्कड़ रूट के लिए अप्लाई किया है। शिमला शहर में संजौली और सोलन में बद्दी हेलीपोर्ट से भी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
हेलीपोर्ट निर्माण एवं विस्तारीकरण के लिए 30 करोड़ का बजट
राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान इन हेलीपोर्ट के निर्माण एवं विस्तारीकरण के लिए 30 करोड़ के बजट का प्रावधान किया है।
पर्यटन विभाग का कहना है कि हिमाचल को रेल, सड़क, हवाई संपर्क के माध्यम से देश के अलग-अलग स्थानों से जोड़ा जाना है। हवाई सेवा और पर्यटन एक-दूसरे के पर्याय हैं।
राज्य सरकार ने प्रदेश में हवाई परिवहन सेवाओं को मजबूत करने के लिए हाल ही में कई कदम उठाए हैं।
रामपुर, बद्दी, कांगनीधार (मंडी) और सासे (हिम और हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान) मनाली में हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलने से पर्यटक कम समय में हिमाचल के अनछुए पर्यटन स्थलों तक पहुंच पाएंगे।
संजौली, रामपुर, बद्दी और मंडी से भी जल्द शुरू होगी सेवाएं
पर्यटन विभाग का मानना है कि संजौली, रामपुर, बद्दी और मंडी से हेली टैक्सी सेवाएं शुरू करने के लिए औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। लाइसेंस के लिए आवेदन कर लिया गया है।