Nov 22, 2024
HIMACHAL

सरकारी नाैकरी: एचआरटीसी में भर्ती होंगे 350 चालक, दिवाली के बाद शुरू होगी प्रक्रिया

दिवाली के बाद शुरू होगी प्रक्रिया

 

 

हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) जल्द ही 350 पदों के लिए चालकों की भर्ती शुरू करने जा रहा है। चालकों की कमी के कारण प्रभावित हो रही बस सेवाओं के मद्देनजर नए चालकों को भर्ती करने की योजना है। दिवाली के बाद निगम भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगा।

 

 

इस बार आवेदकों का ड्राइविंग कौशल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च सरकाघाट मंडी में परखा जाएगा। एचआरटीसी दिवाली के बाद चालकों की भर्ती के लिए पद विज्ञापित करेगा।

इस बार चालकों की भर्ती के लिए मुख्य टेस्ट शिमला के तारादेवी डिपो के बजाय इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च सरकाघाट मंडी में आयोजित होंगे। प्राथमिक चरण के ड्राइविंग टेस्ट मंडल स्तर पर आयोजित होंगे।
एचआरटीसी के प्रदेश में 4 मंडल हैं। इनमें हमीरपुर, शिमला, मंडी और धर्मशाला शामिल हैं। हमीरपुर मंडल के प्रारंभिक ड्राइविंग टेस्ट बिलासपुर, शिमला मंडल के टेस्ट तारादेवी, धर्मशाला मंडल के जसूर और मंडी मंडल के मंडी में लिए जाएंगे। चालकों की भर्ती से रूट प्रभावित होने की समस्या का समाधान हो जाएगा।
नहीं चलेगा कोई सिफारिश
एचआरटीसी में 350 चालकों की भर्ती प्रस्तावित है। दिवाली के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बस चालक का काम बेहद जिम्मेदारी का होता है। इसलिए इसमें कोई सिफारिश नहीं चलेगी। चालकों के ड्राइविंग टेस्ट मंडी के सरकारघाट स्थित ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट में होंगे। – मुकेश अग्निहोत्री, परिवहन मंत्री

 

 

दिल्ली की कंपनी का सरसों और सोयाबीन तेल खाने लायक नहीं, स्टॉक वापस लेने के आदेश, सीटीएल कंडाघाट में हुई जांच

 

 

हिमाचल प्रदेश में दिल्ली बेस्ड एक नामी कंपनी का सरसों और सोयाबीन तेल खाने लायक नहीं पाया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने दो हफ्ते पहले सोलन जिले के दाड़लाघाट और बद्दी से तेल के सैंपल भरकर जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजे गए थे।

 

 

जांच में दोनों तरह का तेल अनसेफ निकाला। सोयाबीन ऑयल का सैंपल मिक्स-ब्रांडेड भी निकला है। बताया जा रहा है कि सरसों और सोयाबीन ऑयल में प्रयोग होने वाली सामग्री की मात्रा ही नहीं है।

इसी के साथ भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के मानकों के अनुसार भी तेल तैयार नहीं किया गया है। विभाग की ओर से दुकानदार को भी नोटिस भेजे गए हैं और 30 दिन के भीतर बिल और अन्य दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा है।
इसी के साथ कंपनी पर भी कार्रवाई भी की जाएगी। विभाग ने कंपनी को अनसेफ पाए गए तेल का सारा स्टॉक वापस मंगवाने आदेश दे दिए हैं। इसके लिए हफ्ते भर का समय कंपनी को दिया है।
त्योहारी सीजन में खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से बाजारों से खाद्य पदार्थों समेत ऑयल व अन्य सैंपल भरे जा रहे हैं। सैंपलों की जांच सीटीएल कंडाघाट और चंडीगढ़ प्रयोगशाला में करवाई जा रही है। 15 दिन में विभाग के पास रिपोर्ट भी आ रही है। विभाग के अनुसार सैंपल अनसेफ निकलना कानून अपराध है। विभाग की ओर से आगामी दिनों में कंपनी पर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

सरसों और सोयाबीन ऑयल के सैंपल जांच में अनसेफ पाए गए हैं। कंपनी ने एफएसएसएआई मानकों के अनुसार तेल तैयार नहीं किया था। कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी और दुकानदार को भी दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा है -अरुण चौहान, सहायक आयुक्त, जिला खाद्य सुरक्षा विभाग सोलन