Nov 24, 2024
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एक बोरी यूरिया अब सिर्फ एक बोतल में, इफको नैनो यूरिया के फायदे

एक बोरी यूरिया अब सिर्फ एक बोतल में, इफको नैनो यूरिया के फायदे

 

फसलों और पर्यावरण को मिलने वाले फायदों पर किसानों को किया जागरूक: हरजीत

 

न्यूज़ देशआदेश

 

इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफ्फको) ने नैनो यूरिया तरल तैयार किया है। इससे फसलों की पैदावार बढ़ेगी और किसानों की आमदनी बढ़ सकेगी। अब एक बोरी यूरिया खाद की जगह आधे लीटर की नैनो यूरिया की बोतल किसानों के लिए काफी होगी।
यह बात इफको के उप क्षेत्र प्रबंधक क्षेत्र कार्यालय हरजीत सिंह ने उपमंडल पांवटा के कोलर गांव में किसान दिवस कार्यक्रम के आयोजन पर कहीं। इस कार्यक्रम में गांव के 60 से अधिक किसानों ने भाग लिया। उप क्षेत्र प्रबंधक क्षेत्र कार्यालय ने इफको के निर्मित नैनो यूरिया के बारे में विस्तार से बताया।

नैनो यूरिया की विशेषताएं

उन्होंने नैनो यूरिया की विशेषताएं बताते हुए कहा कि ठोस यूरिया के मुकाबले नैनो यूरिया कम कीमत पर मिलती है।
यह तरल यूरिया पौधों के पोषण के लिए काफी प्रभावी और असरदार है।
इसका परिवहन न और भंडारण कम खर्च होता है।
इससे फसलों की गुणवत्ता में सुधार होता है। नैनो यूरिया भूमिगत जल की गुणवत्ता सुधारने में मदद करती है। एक बोतल नैनो यूरिया एक बोरी खाद के बराबर है।

साथ ही उन्होंने नैनो यूरिया से उनकी फसलों और पर्यावरण को मिलने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दानेदार यूरिया केबल 30 प्रति शत ही पौधे को मिल पाता है और उसके मुकाबले नैनो यूरिया 85 प्रति शत पौधे को मिलता है।

कैसे करें नैनो यूरिया का इस्तेमाल

नैनो यूरिया को उपयोग करने में इसकी डोज 2 से 4 मिली लीटर पानी में घोल कर खड़ी फसलों में छिड़काव करना चाहिए और पहला छिड़काव 30 से 35 दिन मैं करना चाहिए और दूसरा छिड़काव फूल आने के एक सप्ताह पूर्व करना चाहिए। इसके अलावा जल विलय उर्वरक के बारे भी जानकारी दी।

वहीं इफको के विशेष सहायक उर्वरक मुकेश कुमार पांवटा साहिब द्वारा सागरिका और जैव उर्वरक के बारे में किसानों को पूर्ण जानकारी दी। इस दौरान किसानों को सागरिका का उपयोग करने एवं मात्रा के बारे में बताया गया ।

सागरिका तरल की मात्रा 2.5 से 3 एमएल प्रति लीटर पानी में डालकर फसल की करांतिक अवस्थाओं पर छिड़काव । और दानेदार सागरिका की मात्रा 8 से 10 किलो प्रति एकड़। बिजाई के दस दिन बाद । दानेदार सागरिका 150 से 250 ग्राम प्रति पेड़।

इस कार्यक्रम में पवन कुमार प्राइवेट डेपो होल्डर, शेर सिंह, बलवंत, जीत, पवाकर आदि पांच दर्जन किसान शामिल रहे।