Nov 22, 2024
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HPTET: सात विषयों के लिए 18 जून से टेट, जेबीटी के लिए नहीं ली जाएगी परीक्षा

HPTET: सात विषयों के लिए 18 जून से टेट, जेबीटी के लिए नहीं ली जाएगी परीक्षा

पूर्व सीएम जयराम के सराज क्षेत्र की बूंग रैलचौक पंचायत देशभर में प्रथम

देशआदेश

 

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला इस बार भी जेबीटी विषय की अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) नहीं करवाएगा। जेबीटी अभ्यर्थियों का मामला कोर्ट में चलने के कारण इस विषय से संबंधित अभ्यर्थियों से टेट के लिए आवेदन नहीं मांगे गए हैं।

शिक्षा बोर्ड ने सिर्फ सात विषयों की ही अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन मांगे हैं। अक्तूबर, 2022 में करवाई गई अध्यापक पात्रता परीक्षा के दौरान भी जेबीटी विषय के लिए टेट नहीं करवाया गया था।

 

जानकारी के अनुसार प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस बार सात विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए नौ मई से 28 मई तक आवेदन मांगे हैं।

 

इस अवधि के बीच अभ्यर्थी बिना विलंब शुल्क के आवेदन कर सकेंगे। वहीं 29 से 31 मई तक आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को विलंब शुल्क के रूप में 300 रुपये अतिरिक्त चुकाना होगा।

सात विषयों टीजीटी आर्ट्स, टीजीटी मेडिकल, टीजीटी नॉन मेडिकल, भाषा अध्यापक, शास्त्री, पंजाबी और उर्दु विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए बोर्ड प्रबंधन ने आवेदन मांगे हैं।

बोर्ड के सचिव डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि इन सात विषयों के लिए टेट 18 जून से दो जुलाई तक प्रदेश भर में स्थापित परीक्षा केंद्रों में करवाया जाएगा।

 

उन्होंने बताया कि इस दौरान सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 800 रुपये, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 500 रुपये शुल्क के रूप में अदा करने होंगे।

उन्होंने बताया कि सात विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन किए जा सकेंगे, जबकि ऑफलाइन प्राप्त होने वाले आवेदनों को बोर्ड प्रबंधन स्वीकार नहीं करेगा।

उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट या बोर्ड कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

 

पूर्व सीएम जयराम के सराज क्षेत्र की बूंग रैलचौक पंचायत देशभर में प्रथम

 

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सराज क्षेत्र की पंचायत बूंग रैलचौक को देशभर में नाइन थीम्स में प्रथम स्थान पर नवाजा गया है। यह पंचायत पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र में आती है।

पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार की ओर से पंचायतों के प्रोत्साहन को लेकर 17 से 21 अप्रैल को दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन सह-पुरस्कार समारोह नाइन थीम्स का आयोजन किया गया। इसमें देशभर की पंचायतों सहित हिमाचल के मंडी के सराज क्षेत्र की ग्राम पंचायत बूंग रैलचौक के जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

समारोह का शुभारंभ विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया। समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, साध्वी निरंजन ज्योति और पंचायजी राज मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल विशेष रूप से मौजूद रहे।

समारोह में मंडी जिले की ग्राम पंचायत बूंग रैलचौक ने भी आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा थीम पर अवार्ड के लिए आवेदन किया था। बेहतर कार्यों को लेकर पंचायत ने देशभर में प्रथम स्थान हासिल किया है।

बूंग रैलचौक पंचायत की प्रधान राजेश्वरी देवी और पंचायत सचिव इंद्र ठाकुर ने बताया कि पंचायतों के सशक्तीकरण की नीति में रुचि के कारण ही बूंग रैलचौक को यह पुरस्कार मिल पाया है।

समारोह में हिमाचल प्रदेश से सतीश शर्मा संयुक्त निदेशक पंचायती राज विभाग हिमाचल प्रदेश की अध्यक्षता में 33 सदस्यीय टीम में जिला मंडी की ग्राम पंचायत बूंग रैलचौक के प्रधान और पंचायत सचिव व ग्राम पंचायत रंधाडा के प्रधान व पंचायत सचिव शामिल रहे।

कार्यक्रम में ग्राम पंचायत बूंग रैलचौक को पंचायती राज भारत सरकार के संयुक्त सचिव नागर के कर कमलों से प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल होने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। पंचायत प्रधान इस सम्मान को पंचायत की समस्त जनता को समर्पित किया है।