हिमाचल में भी आबोहवा खराब, खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण का स्तर
हिमाचल में भी आबोहवा खराब, बद्दी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण का स्तर
दीपावली पर आतिशबाजी के चलते हिमाचल की आबोहवा भी खराब हो गई है। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ से लेकर पहाड़ों की रानी शिमला तक प्रदूषण बढ़ गया है। सोलन जिले के बद्दी में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 तक पहुंच गया। यह खतरनाक श्रेणी में आता है। स्वच्छ आबोहवा के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध राजधानी शिमला में भी एएक्यूआई 92 दर्ज किया गया। 27 अक्तूबर को यह 31 था। शुक्रवार को बिलासपुर में एएक्यूआई 189 रहा।
दिवाली के बाद प्रदेश के कई क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता खराब हुई है। एक्यूआई की आकलन रिपोर्ट 24 घंटे बाद ही जारी होती है। इसलिए प्रदूषण की विस्तृत रिपोर्ट शनिवार को ही जारी होगी। – अनिल जोशी, सदस्य सचिव, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
गुरुद्वारा पांवटा साहिब में मनाया गया बंदी छोड़ दिवस
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मैनेजर सरदार जगीर सिंह ने बताया कि आज के दिन सिखों के छठे गुरु हरगोबिंद सिंह महाराज ग्वालियर के किले से बंदी राजाओं को रिहा करवा कर गुरुद्वारा हरमंदिर साहिब अमृतसर पहुंचे थे।
उनके यहां पहुंचने पर संगतों ने दीपमाला की और आज का विशेष दिवस मनाया गया। उसी समय से लेकर सिख धर्म में बंदी छोड़ दिवस प्रत्येक वर्ष बड़ी धूमधाम और श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है।
गुरुद्वारों में संंगतें पहुंचती हैं। देसी घी के दीपक जलाए जाते हैं। गुरुद्वारा पांवटा साहिब में भी कीर्तन एवं ढाडी दरबार आयोजन चल रहा है। इसमें विभिन्न राज्यों से संगते-श्रद्धालु पहुंचे हैं।