हिमाचल के कई भागों में छह दिनों तक खराब रहेगा मौसम, मानसून में अब तक 2545 घर ढहे
हिमाचल के कई भागों में छह दिनों तक खराब रहेगा मौसम, मानसून में अब तक 2545 घर ढहे
केंद्र सरकार से सिरमौर को 87 लाख की राशि मंजूर, मानव-हाथी संघर्ष को कम करने की पहल
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में छह दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कुछ भागों में 8 सितंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। 3 से 6 सितंबर तक कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने व बिजली चमकने का येलो अलर्ट है। शनिवार को राजधानी शिमला में दिनभर बादल छाए रहे। दोपहर के समय कुछ देर के लिए हल्की धूप भी खिली। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम मिलाजुला बना रहा।
केंद्र सरकार से सिरमौर को 87 लाख की राशि मंजूर, हाथियों के व्यवहार से जुड़ी जानकारियां रखने वालों को गज मित्र के तौर पर किया जाएगा नियुक्त।
प्रोजेक्ट एलीफेंट (हाथी परियोजना) के तहत केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के लिए 87 लाख रुपये के बजट को मंजूरी दे दी है। लंबे समय से उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क से सिरमौर की पांवटा साहिब घाटी और नाहन विकास खंड में हाथियों की चहलकदमी बढ़ी है।
इसी साल 29 अप्रैल को हाथी के हमले से कोलर में एक महिला की मौत का भी मामला सामने आया था। हर साल हाथी जिले के रिहायशी क्षेत्रों की ओर आने लगे हैं। वे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे ग्रामीण में दहशत का माहौल है।
धीरे-धीरे हाथियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। लिहाजा राज्य के वन्य प्राणी विभाग ने केंद्र सरकार से प्रोजेक्ट एलीफेंट के तहत मानव-हाथी संघर्ष से निपटने और प्रबंधन के मकसद से बजट के लिए प्रस्ताव भेजा था।
इस दिशा में अब केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है। इस बजट से मैनपावर को बढ़ाया जाएगा। साथ ही हाथियों के व्यवहार से जुड़ी जानकारियां रखने वालों को गज मित्र के तौर पर नियुक्त किया जाएगा।
हाथियों के झुंडों पर नजर रखने के लिए वॉच टावर्स भी बनेंगे ताकि हाथियों के संभावित नुकसान और खतरे से बचाव हो सके। प्रोजेक्ट एलीफेंट में मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के व्यापक तरीके अपनाए गए हैं।
प्रोजेक्ट में हाथियों के गलियारे को भी सुरक्षित करने का प्रावधान है। हाथी परियोजना केंद्र से प्रायोजित योजना है। देश में प्रोजेक्ट एलीफेंट की शुरुआत 1992 में की गई थी।
वन अरण्यपाल सिरमौर वीके बाबू ने बताया कि प्रोजेक्ट एलीफेंट के तहत केंद्र सरकार से राशि मंजूर हो चुकी है। यह काफी खुशी की बात है। इसमें कई तरह के कार्य अब संभव हो पाएंगे।