लंपी रोग के बाद दुग्ध उत्पादन में गिरावट, कई डेरी हो चुकी बंद
लंपी रोग के बाद दुग्ध उत्पादन में गिरावट, कई डेरी हो चुकी बंद
न्यूज़ देशआदेश
सिरमौर जिले में लंपी रोग के बाद से दुग्ध उत्पादन में गिरावट आई है। रोग से संक्रमित होने के बाद पशुधन ने दूध देना कम कर दिया है। इसका बड़ा कारण संक्रमण के बाद पशुओं का कमजोर होना माना जा रहा है।
जिले में 40 से 50 फीसदी दुग्ध उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं भूसा, फीड, चौकर, साईलेज, हरा चारा बीज, लेबर आदि के दाम बढ़ने से मजबूरन कई संचालक दूध का कारोबार बंद भी कर चुके है।
पशुपालकों की मानें तो रोग से संक्रमित होने के बाद दूध उत्पादन कम हुआ है। जो मवेशी बीमार हुआ, स्वस्थ होने के बाद भी पहले जैसा दूध नहीं दे रहा है।
पशुपालन विभाग भी इस बात को स्वीकार कर रहा है कि पशुधन में दुग्ध उत्पादन कम हुआ है।
दूसरी तरफ जिले में लंपी रोग के मामलों में कमी जरूर आई है। बावजूद इसके पशुपालकों में लंपी रोग को लेकर खौफ अब भी बरकरार है।
शहरी क्षेत्रों में दूध की डेयरियों में भी गाय की अपेक्षा भैंसों के दूध की बिक्री बढ़ी है। गाय का दूध 40-50 रुपये मिल रहा हैं, तो भैंस के दूध की बिक्री 50-60 रुपये लीटर हो रही है।
पड़ोसी राज्य हरियाणा से भी दूध की आपूर्ति कम हुई
शहर में अधिकतर दूध की सप्लाई पड़ोसी राज्य हरियाणा से होती है। यहां भी दूध उत्पादन में कमी आई है। लिहाजा शहर में चल रही निजी डेयरियों में भी दूध की कम आपूर्ति हो रही है। 40 से 50 फीसदी दूध में कमी आई है। पांवटा दूध उत्पादक संघ की मानें तो लंपी रोग से पहले हरियाणा से काफी मात्रा में दूध की आपूर्ति होती थी, जो अब 40 से 50 प्रतिशत तक ही सिमटकर रह गई है। लंपी रोग के चलते भैंस के दूध की बिक्री अधिक बढ़ी है। कमोबेश यही स्थिति पांवटा शहर सहित जिला की अन्य निजी डेयरियों की भी है।
50,000 का हो चुका वैक्सीनेशन
पशुपालन विभाग की मानें तो जिले में अब तक करीब 50,000 मवेशियों की एलएसडी वैक्सीनेशन की जा चुकी हैं। जबकि करीब 90,000 एलएसडी वैक्सीनेशन जिले को ओर प्राप्त हुई है। मवेशियों की वैक्सीनेशन का कार्य जिले में जारी है।
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संक्रमण के मामलों में आई कमी : डॉ. शबनम
उपनिदेशक पशुपालन विभाग डॉ. नीरू शबनम ने बताया कि पशुओं में कमजोरी की वजह से दूध उत्पादन पर असर पड़ना लाजमी है। फिलहाल, लंपी रोग के मामलों में काफी कमी आई है। 3 से 4 मामले की प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। वैक्सीनेशन जारी है।