Nov 24, 2024
CRIME/ACCIDENT

अवैध खनन मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई

Himachal: अवैध खनन मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, दो गिरफ्तार, ब्यास से लेकर यमुना नदी तक फैला है धंधा

सार

ईडी को मामले में औपचारिक शिकायतें और खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि ज्ञान चंद सहित कई खनन माफियाओं की ओर से ब्यास नदी के तट पर अवैध रेत और खनिज खनन कार्य किया जा रहा है और इन अवैध खनन कार्यों से सैकड़ों करोड़ रुपये की आपराधिक आय (पीओसी) अर्जित की गई है।

ED takes big action in illegal mining case, two arrested, business is spread from Beas to Yamuna river
प्रवर्तन निदेशालय – फोटो : ANI

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय ने हिमाचल प्रदेश की ब्यास नदी और  यमुना नदी से संबंधित अवैध खनन मामले में व्यक्तियों ज्ञान चंद और संजय धीमान को गिरफ्तार किया है।

 

दोनों को मंगलवार को  विशेष न्यायालय गाजियाबाद के समक्ष पेश किया गया है।  ईडी को मामले में औपचारिक शिकायतें और खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि ज्ञान चंद सहित कई खनन माफियाओं की ओर से ब्यास नदी के तट पर अवैध रेत और खनिज खनन कार्य किया जा रहा है और इन अवैध खनन कार्यों से सैकड़ों करोड़ रुपये की आपराधिक आय (पीओसी) अर्जित की गई है।

ईडी ने अवैध खनन से संबंधित हिमाचल के कांगड़ा और ऊना जिलों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों की ओर से दर्ज छह एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।
एफआईआर के अनुसार यह आरोप लगाया गया है कि सरकारी भूमि पर अवैध खनन गतिविधियां हो रही हैं और हिमाचल प्रदेश के ऊना और कांगड़ा जिलों में टिपर, पोकलेन, जेसीबी और ट्रैक्टर अवैध खनन में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
ये वाहन अवैध रूप से खनिजों को निकालने में शामिल थे और परिणामस्वरूप इन खनिजों को ओवरलोड वाहनों की ओर से अवैध रूप से स्टोन क्रशरों तक पहुंचा रहे थे।
ज्ञान चंद और अन्य के खिलाफ आईपीसी 1860, सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम 1984 और खान और खनिज (विनियमन और विकास) अधिनियम 1957 (संशोधित) की धाराओं के तहत बेहट पुलिस स्टेशन सहारनपुर की ओर से 1 नवंबर को एक और एफआईआर भी दर्ज की गई है।
 जांच के दौरान हिमाचल और सहारनपुर में ज्ञान चंद और उसके साथियों सहित कई खनन माफियाओं के परिसरों पर 12 तलाशी ली गईं और कई लोगों के बयान दर्ज किए गए।
जब्त की गई सामग्री की जांच से पता चला है कि ज्ञान चंद और उसके साथी ब्यास नदी से लेकर यमुना नदी तक अवैध खनन कार्यों में शामिल हैं।
अवैध खनन से प्राप्त पीओसी का इस्तेमाल अचल संपत्तियों और खनन मशीनरी जैसे ट्रक, टिपर, जेसीबी, क्रशर आदि खरीदने में किया गया है। ईडी के अनुसार आगे की जांच जारी है।

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