Nov 22, 2024
Agriculture

उद्यान विभाग: पाला, बारिश से आम और सेब के पेड़ों के नुकसान का मिलेगा इंश्योरेंस

उद्यान विभाग: पाला, बारिश से आम और सेब के पेड़ों के नुकसान का मिलेगा इंश्योरेंस

देश आदेश, धर्मशाला

सार
आम के पेड़ के इंश्योरेंस के लिए बागवानों को 31 रुपये, सेब के पेड़ के लिए 40 रुपये देने पड़ेंगे। किसी प्रकार से पेड़ नष्ट होने पर आम के एक पेड़ का 620 और सेब के पेड़ का 800 रुपये उद्यान विभाग किसानों को राहत के तौर पर देगा। इंश्योरेंस के लिए बागवान 20 दिंसबर तक आवेदन कर सकते हैं।

हिमाचल प्रदेश के बागवानों के फलदार पौधों के नुकसान के लिए उद्यान विभाग इश्योरेंस देगा। आम और सेब के पेड़ों को पाला, अधिक बारिश, तूफान आदि से नुकसान की भरपाई के लिए बागवान पांच प्रतिशत प्रीमियम देकर पेड़ के इंश्योरेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। उद्यान विभाग की पुनर्गठित मौसम आधारित बीमा योजना के तहत किसानों-बागवानों को राहत दी जा रही है। योजना से आम, सेब और अन्य सिट्रिक फलों को सुरक्षा मिलेगी।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आम के पेड़ के इंश्योरेंस के लिए बागवानों को 31 रुपये, सेब के पेड़ के लिए 40 रुपये देने पड़ेंगे। किसी प्रकार से पेड़ नष्ट होने पर आम के एक पेड़ का 620 और सेब के पेड़ का 800 रुपये उद्यान विभाग किसानों को राहत के तौर पर देगा। इंश्योरेंस के लिए बागवान 20 दिंसबर तक आवेदन कर सकते हैं।

 

नींबू, संतरा और मालटा आदि के इंश्योरेंस के लिए बागवान 14 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए 24.8 रुपये देने होंगे। पेड़ खराब होने पर 495 रुपये मुआवजा मिलेगा। इंश्योरेंस के लिए पेड़ों की आयु पांच साल या इससे अधिक होगी चाहिए।

कांगड़ा के 14 ब्लॉकों में होगा पंजीकरण
आम के इंश्योरेंस के लिए जिला कांगड़ा में 14 ब्लॉकों में बागवान पंजीकरण कर सकते हैं। इसमें धर्मशाला ब्लॉक को नहीं जोड़ा गया है। सेब पेड़ों के इंश्योरेंस के लिए केबल बैजनाथ ब्लॉक रखा गया है। सिट्रिक फलों के पेड़ों के इंश्योरेंस के लिए देहरा, परागपुर, इंदौरा, नूरपुर, फतेहपुर और नगरोटा सूरियां को रखा गया है।

पाला, अधिक बारिश, तूफान आदि से फलदार पेड़ों के नुकसान के लिए विभाग ने पुनर्गठित मौसम आधारित बीमा योजना चलाई है। योजना के तहत बागवानों के फलदार पेड़ खराब होने पर उन्हें विभाग मुआवजा देता है। योजना का लाभ लेने के लिए एचडीएएफसी एग्रो जीआईसी लिमिटेड की अधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकते हैं। – कमल शील नेगी, उपनिदेशक, उद्यान विभाग जिला कांगड़ा

Originally posted 2021-12-12 13:17:56.