2026 तक प्रदेश हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित होगा:सीएम
मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- किसानों की आय बढ़ाने के लिए बजट में आएंगी नई योजनाएं
न्यूज़ देशआदेश
सरकार किसानों को स्वावलंबी बनाना चाहती है, जिससे वह घर पर रहकर अच्छी कमाई कर सकें, नौकरी के पीछे न भागें। किसानों को मेहनत का उचित मूल्य दिलाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, आगामी बजट में इनकी घोषणा होगी।
होटल पीटरहॉफ में मिल्कफेड के दुग्ध उत्पादकों के साथ संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती किसानों का भविष्य है। इसके लिए पशुपालन जरूरी है। दूध उत्पादन आय का स्रोत है और गोबर प्राकृतिक खेती की जरूरत।
दूध खरीद के मूल्य में छह रुपये बढ़ोतरी सरकार की ओर से पशुपालकों को निश्चित आय का आश्वासन है।
इससे अधिक मूल्य पर पशुपालक खुले बाजार में दूध बेच सकते हैं।बाकी बचा दूध सोसायटियों को दे सकते हैं।सरकार दूध उत्पादकों को टैक्स में रियायत देने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा के ढगवार में 1 लाख 50 हजार लीटर प्रतिदिन की क्षमता का दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।
बकरी के दूध और पहाड़ी गाय के दूध की खूबियों का अध्ययन किया जा रहा है। 2026 तक प्रदेश हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित होगा। मुख्यमंत्री ने संवाद के दौरान मिले सुझावों को बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया।
पशुपालन विभाग के सचिव राकेश कंवर ने बताया कि दुग्ध उत्पादकों के साथ संवाद कार्यक्रम में 9 जिलों के पशुपालकों के अलावा गद्दी और गुज्जर समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मिल्कफेड के प्रबंधक निदेशक डॉ. विकास सूद ने अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क राजीव कुमार, निदेशक पशुपालन प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।