Nov 24, 2024
HIMACHAL

साइबर ठगों के निशाने पर हिमाचल के लोग

अब तक 3 दर्जन से ज्यादा शिकायतें पहुंचीं

 

 

विदेश में रह रहे हिमाचली भी साइबर ठगों से बच नहीं पा रहे हैं और झांसे में आकर ठगी के शिकार हो रहे हैं। ठगी होने पर जीवनभर की पूंजी वापस मिलने की उम्मीद से विदेश में रह रहे हिमाचल के मूल निवासी साइबर थाना मंडी में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। अब तक इस तरह की करीब तीन दर्जन शिकायतें साइबर पुलिस थाना मध्य जोन मंडी को मिली हैं।

विदेश के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में भी रह रहे हिमाचली ठगी होने की सूरत पर साइबर पुलिस थाना मंडी को ई-मेल और अन्य माध्यमों से शिकायत भेज रहे हैं। इनके बैंक खाते मध्य जोन यानी मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, बिलासपुर, हमीरपुर जिलों में स्थित बैंकों में हैं।

 

 

यही वजह है कि साइबर पुलिस थाना इन मामलों में स्थानीय लिंक जुड़ने पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई अमल पर ला रही है। अभी तक दुबई समेत अन्य देशों में रह रहे मंडी जोन से संबंधित जिलों के लोगों ने ठगी होने पर शिकायत भेजी है।

 

बता दें कि साइबर पुलिस थाना मध्य जोन मंडी अभी एक करोड़ रुपये से अधिक ठगी की धनराशि को शिकायतकर्ताओं को वापस दिलाने में कामयाब रही है। इसी के चलते अब ठगी का शिकार हो चुके लोग थाना में शिकायत भी दर्ज करवा रहे हैं।

साइबर पुलिस थाना मध्य जोन मंडी के एएसपी मनमोहन सिंह ने बताया कि ठगी की शिकायत मिलने पर शातिर के खाते में जमा धनराशि को फ्रीज करने की त्वरित प्रक्रिया अपनाई जाती है। ताकि शिकायतकर्ता को उसकी धनराशि वापस दिलाई जा सके। देश-विदेश में रहे रहे मंडी जोन के लोगों की ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई अमल पर लाई जाती है।

 

केस स्टडी
विदेश में रह रहे मंडी जोन से संबंधित एक व्यक्ति ने गृह मंत्रालय के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई है। यह शिकायत अब साइबर पुलिस मध्य जोन के पास पहुंची है। शिकायत में ट्रेडिंग के नाम पर 45 लाख रुपये ठगी होने का आरोप लगाया है। साइबर पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है और तथ्य जुटा रही है।

हिमाचल में चिट्टा तस्करी में अब लड़कियां भी हैं शामिल, पुलिस ने गिरफ्तार की दो सगी बहनें

 

 

शिमला जिले के युवाओं को नशे का आदी बनाने के लिए चिट्टा तस्कर गिरोह कई तरह से काम कर रहे हैं। कोटखाई में चिट्टा तस्करी कर रहे रंजन गैंग के मामले में पुलिस ने अब दो सगी बहनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि प्रारंभिक जांच में तथ्य मिले हैं कि दोनों बहनें गिरोह के साथ मिलकर चिट्टे की तस्करी से जुड़ी हुई थीं। इसी आधार पर पुलिस ने महक और सिमरन नाम की दो बहनों को गिरफ्तार किया है। दोनों रोहड़ू क्षेत्र की रहने वाली हैं।

पुलिस अभी तक इस मामले में तीन महिलाओं समेत 11 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। पुलिस का दावा है कि गिरोह में लड़कें और लड़कियां मिलकर चिट्टा तस्करी के नेटवर्क चला रहे थे। पुलिस ने बैंक खातों में हुए लेनदेन और अन्य तथ्यों के आधार पर यह कार्रवाई की है। पुलिस का दावा है कि मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

 

 

मामला उस समय सामने आया जब 13 सितंबर को पुलिस ने कोटखाई में 30.640 ग्राम चिट्टे के साथ रंजन शर्मा, सुमन शाही और कमल आचार्य नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक मामले की जांच शुरू की गई तो पता चला कि यह गिरोह क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय है।

 

 

पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो पता चला बैंक खातों के लेनदेन से सरगना का अन्य सदस्यों के साथ लाखों रुपये का लेनदेन हुआ है। इसी आधार पर पुलिस ने हाल ही में छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अब पुलिस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की धरपकड़ के लिए गहनता से जांच कर रही है।

 

चिट्टा तस्करी के मामले में रंजन गैंग में शामिल दो लड़कियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। नशा तस्करों पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी- संजीव कुमार गांधी, एसपी, शिमला