Jul 1, 2025
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निजी स्कूलों को शिक्षा बोर्ड ने दी चेतावनी

निजी स्कूलों ने बैल्ट, जूते और टाई बेची तो रद्द होगी मान्यता, शिक्षा बोर्ड ने दी चेतावनी

 

 

हिमाचल प्रदेश के निजी स्कूलों ने बैल्ट, जूते और टाई बेची तो मान्यता को शिक्षा बोर्ड रद्द करेगा। शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों को यह चेतावनी जारी कर दी है। शिकायतों के आधार पर बोर्ड ने सख्ती करने का फैसला लिया है। बोर्ड ने निजी स्कूलों को बोर्ड की ओर से निर्धारित पाठ्य और प्रायोगिक पुस्तकों को पढ़ाने के लिए भी कहा है। हिमाचल प्रदेश के निजी स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों को विक्रय करने के साथ-साथ अन्य व्यापारिक गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा रहा है। बोर्ड प्रबंधन को लगातार शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों के आधार पर बोर्ड प्रबंधन ने अब निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों को चेतावनी दी है कि शिक्षा बोर्ड जल्द ही स्कूलों को निरीक्षण करेगा।

 

 

 

 

 

 

 

इस दौरान अगर स्कूलों में टाई, बैज, वर्दी, जूते और कापियां आदि संस्थान में विक्रय के लिए पाई जाती हैं तो बोर्ड प्रबंधन अवहेलना करने वाले संस्थान को प्रदान की गई संबद्धता को वापस ले लेगा, जिसका उत्तरदायित्व संबंधित स्कूल प्रबंधन और प्रधानाचार्य का होगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि निजी स्कूलों को बोर्ड की पाठ्य और प्रायोगिक पुस्तकें पढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और हर संबद्धता प्राप्त स्कूल को इन्हें पढ़ाना अनिवार्य है। इसके अलावा स्कूलों में व्यापारिक गतिविधियां भी नहीं की जा सकतीं, अगर कोई स्कूल इनकी अवहेलना करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ बोर्ड अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

हिमाचल: बरसात की शुरुआत में ही पीलिया, डायरिया का प्रकोप, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

 

 

 

 

 

 

 

हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे पीलिया और डायरिया के मामलों को लेकर प्रदेश सरकार ने अलर्ट हो गई है। मेडिकल कॉलेजों के अलावा जिला अस्पतालों में प्रतिदिन जलजनित रोग के 10 से 15 मामले पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर अस्पताल प्रबंधन को प्रर्याप्त मात्रा में दवाओं का स्टॉक उपलब्ध रखने को कहा है। सरकार ने जल शक्ति विभाग को भी पानी की जांच करने के निर्देश दिए हैं। जहां पानी पीने योग्य नहीं है, वहां पर सूचना पट्टिका लगाने के लिए कहा है।

इंदिरा गांधी मेडिकल काॅलेज (आईजीएमसी) एवं अस्पताल शिमला, टांडा, हमीरपुर, नेरचौक, चंबा और नाहन मेडिकल काॅलेज के अलावा जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सीविल अस्पतालों में जलजनित रोगों के प्रति सतर्क रहने के लिए कहा है। डाॅक्टर ओपीडी में आने वाले मरीजों को जागरूक कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि गंदे पानी के कारण ही डायरिया का जीवाणु शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में पीलिया के बाद डायरिया होने का खतरा रहता है। इस कारण डॉक्टर पीलिया रोग ठीक होने के बाद भी एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। डायरिया का बैक्टीरिया पीलिया से पहले भी शरीर पर आक्रमण कर सकता है। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने बताया कि हिमाचल में बरसात के चलते जलजनित रोग के मामले आ रहे हैं। इसके चलते स्वास्थ्य संस्थानों को एडवाइजरी जारी की है। लोगों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

डायरिया के लक्षण और परहेज

  • शरीर के अंदर का तापमान कम होने से उल्टी और दस्त की शिकायत।
  • छोटे बच्चे और बुजुर्ग इसकी चपेट में ज्यादा आते हैं।
  • पीलिया ग्रस्त मरीज का पाचन तंत्र कमजोर होता है, शरीर में भी पानी की कमी।
  • बचाव क लिए ठंड से परहेज रखना होगा
  • दूषित पानी पीने से डायरिया का बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाता है।
  • पानी उबाल कर पीयें।
  • तरल पदार्थ और हल्का भोजन ज्यादा करें।

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