Oct 18, 2024
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महंगा हुआ चारा, दूध की कीमतों मई माह से पड़ सकता है असर

महंगा हुआ चारा, दूध की कीमतों मई माह से पड़ सकता है असर

एक मई से गाय का दूध 50 और भैंस का 60 रुपए प्रति लीटर

न्यूज़ देशआदेश

पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों का असर सिर्फ नींबू और सब्जियों तक ही सीमित नहीं रहा अब पशुओं का चारा भी महंगा हो गया है। गेहूं की कटाई के सीजन में जब पशुओं के चारे का दाम 300-400 रुपये तक रहता है। लेकिन इस बात तो लॉक डाउन से भी बढ़कर सूखा चारा न मिलना बड़ी विडंबना हो गई है।

दूध उत्पादक संघ पांवटा प्रधान अमरजीत सिंह बिट्टा, जयदीप शर्मा, सहीराम ठाकुर, करतार सिंह, परमिंदर सिंह, मनोज शर्मा, परविंद्र सिंह, सुखदेव कुमार, वीरेंद्र ठाकुर, वीरेंद्र कुमार, ज्ञान चंद आदि का कहना है कि इन दिनों भी चारे की कीमतें 750 रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गई हैं। पर अब वह भी नहीं मिल रहा।

पशुपालकों का कहना है कि सूखा चारा यानि भूसा एक तरह का पशुओं का ऐसा चारा है जिसे किसी भी सीजन में और किसी भी समय इस्तेमाल किया जा सकता है। किसान और पशुपालक इसे अपने घर में स्टोर करके रखते हैं ताकि बरसात या किसी भी परिस्थिति में पशुओं को चारा खिलाया जा सके।

सामान्यतौर पर सीजन के दिनों में इसकी कीमत 400 रुपये प्रति कुंतल तक रहती है लेकिन इस बार पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के बाद भूसे की कीमतों में भी आग लग गई है। भूसा अब 750 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ऊपर बिक रहा है। ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी पशुपालकों के सामने आ गई है, जो पशुओं को पालकर उनका दूध बेच कर अपने घर का पालन पोषण करते हैं। दूध की कीमतों में कोई बढ़ोतरी अभी तक नहीं हुई है। लेकिन पांवटा दूध उत्पादक संघ ने पहली मई माह से गाय का दूध 50 रुपए प्रति लीटर तथा भैंस का दूध 60 रुपए प्रति लीटर बेचने का मन बना लिया। बाकायदा इस बारे उपमंडलाधिकारी पांवटा, खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग पांवटा को भी लिखित मांग पत्र सौंपा है।

आशंका जताई जा रही है कि जब वर्तमान समय में भूसे की कीमतें 750 रुपये क्विंटल तक पहुंच गई हैं तो बरसात में और आने वाले दिनों में भूसा कहां तक जाएगा। पशुपालकों का अब यही कहना है कि दूध बेचने में उनका औसत नहीं आ रहा है उन्हें कोई लाभ नहीं हो रहा है। आने वाले समय में क्या होगा इस बात को लेकर वह बेहद चिंतित हैं। पशु पालक अब दूध की कीमतों में बढ़ोत्तरी की सोच ली हैं। ऐसे में साफ है कि चारे की बढ़ी कीमतों का असर दूध की कीमतों पर पड़ना शुरू हो गया है।

क्या कहते है पांवटा दूध उत्पादक संघ

दूध उत्पादक संघ पांवटा साहिब दूध के रेट में बढ़ोतरी हमारी मजबूरी बन गई है।
वर्तमान मे पंजाब और हरियाणा से सूखा चारा भूसा आना भी बंद हो गया। इसके दामों में भारी बढ़ोतरी होना इसके अलावा फीड, तीरा, खल, तेल, कैल्शियम आदि खाद्य पदार्थों के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है।

क्षेत्र में महंगा खाद्य पदार्थ होने से एक गाय को पालने में भारी खर्चा आ रहा है वही दूध की कीमत काफी नीचे रह जाती है ।
मजबूरन पांवटा दूध उत्पादक संघ को अन्य खाद्य पदार्थों की तरह दूध के दाम में भी बढ़ोतरी करने को मजबूर होना पड़ा।

वहीं दूध संघ ने कहा कि क्षेत्र में नकली दूध पर लगाम लगाने तथा दूध उत्पादक से शुद्ध व ताजा गाय का दूध ₹50 प्रति लीटर तथा भैंस का दूध ₹60 प्रति लीटर के हिसाब से अपने शहर में एवं आसपास एक ही रेट पर सभी दूध उत्पादक बेचेंगे।

इसके अलावा दूध उत्पादक संघ ने अहम निर्णय लिया कि बाहरी राज्यों से पोंटा शहर में नकली दूध और मावा तथा पनीर पर प्रशासन से रोक लगाने तथा उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग भी की। दूध उत्पादक संघ ने बढ़े हुए दामों पर पहली मई से शुरू करने का अंतिम फैसला लिया है यानी 1 मई से शहर में दूध गाय का ₹50 तथा भैंस का ₹60 प्रति दर से लेटर लिया जाएगा