शिक्षकों के बिना ही कर दिया स्कूल का उद्घाटन, ग्रामीण भड़के
शिक्षकों के बिना ही कर दिया स्कूल का उद्घाटन, ग्रामीण भड़के
स्कूल को स्तरोन्नत करना जरूरी नहीं, स्टाफ जरूरी: ग्रामीण
देश आदेश
गिरिपार क्षेत्र की कोटीधीमान पंचायत के प्राथमिक भवाई-बलीच स्कूल को माध्यमिक पाठशाला किए जाने पर घमासान शुरू हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक पाठशाला में पहले ही स्थायी शिक्षक नहीं है।
यह पाठशाला प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रही है। यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में है। अब सरकार ने इस स्कूल को स्तरोन्नत करके माध्यमिक पाठशाला का दर्जा दिया है। यह अच्छी बात है लेकिन शिक्षक तैनात नहीं किए जा रहे। बिना शिक्षकों के भाजपा नेताओं ने इस स्कूल का दो अगस्त को उद्घाटन करवा दिया।
कोटीधीमान पंचायत के कार्यकारी प्रधान विनोद कुमार, पूर्व प्रधान मिंत्र सिंह तोमर, गुमान सिंह तोमर, राकेश तोमर, सोहन सिंह और तपेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस स्कूल को स्तरोन्नत करने पर सरकार का आभार है लेकिन बिना शिक्षक भेजे इसका उद्घाटन करना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब प्राथमिक पाठशाला भवाई-बलीच में ही शिक्षक नहीं है तो बिना शिक्षकों के माध्यमिक पाठशाला खोलने का क्या औचित्य। इससे बच्चों का भविष्य बर्बाद होगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि अविलंब इस स्कूल में शिक्षक भेजे जाएं ताकि बच्चों का भविष्य संवर सके।
प्राथमिक स्कूल भवाई-बलीच करीब दो सालों से एक प्रतिनियुक्ति शिक्षक के सहारे चल रहा है। यहां केंद्रीय पाठशाला कोटीधीमान से हर सप्ताह एक-एक शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जा रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 40 के करीब है। ऐसे में एक साथ दो स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
स्कूल शुरू होने पर भरे जाएंगे सभी पद : सिंह
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक गुरजीवन सिंह ने बताया कि प्राथमिक स्कूल भवाई-बलीच को स्नरोन्नत करके माध्यमिक पाठशाला का दर्जा दिया है। स्कूल के शुरू होते ही वहां पर सभी पदों को भरा जाएगा। कहा कि प्राथमिक पाठशाला भवाईबलीच में भी नियमित शिक्षक का पद भरने के प्रयास जारी हैं।