इस विस क्षेत्र में डायरिया बेकाबू, 47 गांवों के 868 लोग आए चपेट में
इस विस क्षेत्र में डायरिया बेकाबू, 47 गांवों के 868 लोग आए चपेट में
पानी की सप्लाई की बंद, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी लिए पानी के पांच सैंपल
स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार मरीजों की कर रही हैं जांच
देशआदेश
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन में डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। तीसरे दिन सोमवार को भी डायरिया के 335 नए मामले आए हैं। तीन दिनों में डायरिया की चपेट में आए लोगों की संख्या 868 पहुंच गई है। एक मरीज अस्पताल में दाखिल है। हालांकि पूर्व के दो दिनों में 533 के करीब मरीज सामने आए थे, जिसमें 50 फीसदी की हालत में सुधार है।
डायरिया से नादौन क्षेत्र के 47 गांव प्रभावित हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार मरीजों की जांच कर रही हैं। लोगों की स्क्रीनिंग के लिए टीमों को दो गाड़ियां स्वास्थ्य खंड टौणीदेवी और नादौन से उपलब्ध करवाई गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैनात की गई टीमों के इंचार्ज डॉ. हितेश, डॉ. राजेश्वर ठाकुर और पर्यवेक्षक पवन कुमारी ने कहा कि आंत्रशोथ से प्रभावित क्षेत्रों का स्वास्थ्य टीम ने निरीक्षण किया है।
काफी मरीज ठीक हो गए हैं, लेकिन प्रभावित क्षेत्रों के अलावा उपस्वास्थ्य केंद्र दंगड़ी व भूंपल के अंतर्गत आने वाले गांव में भी डायरिया के मरीज देखने को मिले हैं। कुल मिलाकर सोमवार को 335 नए मामले सामने आए हैं। प्रभावित नए क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर डायरिया से ग्रस्त मरीजों को दवाइयां और ओआरएस के पैकेट वितरित किए।
पानी के 20 सैंपल जांच के लिए हमीरपुर और चंडीगढ़ भेजे
जल शक्ति विभाग ने भी गांव पनियाला, जंदली राजपूतां, जंदली गुजरां, बन्ह, ड़ही ठप्पर व रंगस गांवों में पानी के सैंपल लिए हैं। जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता रविंद्र इंदौरिया ने कहा कि प्रभावित सभी गांव के 20 के करीब सैंपल सोमवार को लिए गए। इसमें से छह सैंपल जल शक्ति विभाग हमीरपुर की लैब में भेजे गए हैं, छह ही सैंपल एनआईटी की लैब में भेजे गए हैं। अन्य 11 के करीब सैंपल चंडीगढ़ की इकोलैब में सुक्षम जांच के लिए भेजे हैं। इससे पूर्व क्षेत्र में लिए गए सैंपल सही पाए गए हैं और आगे सैंपल लेने की प्रक्रिया जारी है।
पेयजल योजनाओं से आपूर्ति की बंद
क्षेत्र के 17 गांवों को पेयजल आपूर्ति प्रदान करने वाली तीन पेयजल योजनाओं नियाटी मझयार, पन्याला रंगस, मंझला बनिहार योजनाओं की आपूर्ति पूरी तरह बंद कर दी गई है। प्रभावित क्षेत्रों में सड़क के किनारे वाले घरों में टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति उपलब्ध कराई जा रही है। दूरदराज के घरों में पानी के शील्ड कंटेनर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। क्षेत्र में तीन दिनों से 3,000 के करीब परिवारों की पेयजल आपूर्ति बंद है।
50 फीसदी मरीजों की सेहत में सुधार
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके शर्मा ने कहा कि सोमवार को डायरिया के 335 नए मामले सामने आए हैं। टीमों ने कई गांवों में जाकर दवाइयों का वितरण किया और मरीजों का हाल जाना। पुराने प्रभावित क्षेत्रों में 50 फीसदी के करीबन मरीजों की हालत में सुधार है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी सोमवार को विभिन्न पानी के स्रोतों से दो सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर को भेज दिया गया है। गत दिवस लिए गए चार पानी के सैंपलों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी लिए पानी के पांच सैंपल
स्वास्थ्य खंड नादौन के तहत फैले डायरिया के मामले में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के हस्तक्षेप व निर्देशानुसार ऊना से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक टीम ने सोमवार को रंगस क्षेत्र का दौरा किया। विभाग के एसडीओ परवीण धीमान की अगुवाई में टीम द्वारा विभिन्न प्रभावित स्थलों के आसपास पानी के पांच सैंपल एकत्रित किए गए तथा स्थानीय लोगों और संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों से चर्चा करके फीडबैक ली।