हिमाचल विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस ने घोषित किए तीन प्रत्याशी, जानें किन्हें मिला टिकट
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से 37 दिन पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को तीन प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी।
सुजानपुर से कैप्टन रंजीत सिंह राणा, कुटलैहड़ से विवेक शर्मा और गगरेट से राकेश कालिया उपचुनाव लड़ेंगे। तीन अन्य उपचुनाव वाली सीटों धर्मशाला, लाहौल-स्पीति और बड़सर से प्रत्याशी तय करने के लिए मंथन जारी है। अपने ही पूर्व विधायकों से मुकाबले को मजबूत प्रत्याशी तलाशने का काम चल रहा है।
धर्मशाला और लाहौल-स्पीति में भाजपा छोड़ने वाले नेताओं पर कांग्रेस की नजर है। बड़सर को लेकर भी माथापच्ची जारी है। आगामी दो-तीन दिनों में इन सीटों से भी प्रत्याशी तय हो जाएंगे।
उधर, हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय सीट से जिताऊ प्रत्याशी उतारने को जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधते हुए प्रत्याशी देने की तैयारी है।
कांग्रेस ने सुजानपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा के मुकाबले में भाजपा के टिकट पर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के करीबी रहे कैप्टन राणा पर दांव खेला है। उन्हें विधानसभा चुनाव में राजेंद्र राणा ने मात्र 399 से मात दी थी।
अब कांग्रेस ने प्रदेश में बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच कैप्टन राणा को अपना प्रत्याशी बनाकर भाजपा को कड़ी चुनौती देने की तैयारी की है।
गगरेट हलके में भाजपा के चैतन्य शर्मा के खिलाफ बीते दिनों ही कांग्रेस ने शामिल हुए पूर्व विधायक राकेश कालिया को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया है। कालिया दो बार गगरेट से विधायक रह चुके हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान चैतन्य शर्मा को कांग्रेस का टिकट मिलने पर कालिया नाराज होकर भाजपा में शामिल हो गए थे।
बीते दिनों ही कालिया की घर वापसी हुई है। कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा के देवेंद्र भुट्टो के सामने कांग्रेस ने विवेक शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
विवेक शर्मा को कांग्रेस प्रत्याशी बनाने का कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एलान भी कर दिया था।
शुक्रवार शाम को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंजूरी से पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने अधिकारिक तौर पर तीनों प्रत्याशियों के नामों का एलान किया।
राकेश चौधरी और मारकंडा को लेकर लग रही अटकलेंविधानसभा उपचुनाव के लिए धर्मशाला से राकेश चौधरी और लाहौल-स्पीति से रामलाल मारकंडा को पार्टी प्रत्याशी बनाने के गुणा-भाग में कांग्रेस उलझी हुई है।
यहां भाजपा से आए नेताओं को पार्टी प्रत्याशी बनाकर होने वाले नुकसान को अभी भांपा जा रहा है। अपने वरिष्ठ और सक्रिय नेताओं को लेकर भी कांग्रेस मंथन कर रही है। बड़सर सीट से भी जिताऊ प्रत्याशी की तलाश के चलते टिकट घोषित होने में देरी हो रही है।
हमीरपुर, कांगड़ा में साधे जा रहे जातीय और क्षेत्रीय समीकरण
हमीरपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के मुकाबले के लिए पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा के नाम पर फिर मंथन शुरू हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि हमीरपुर लाेकसभा सीट से पहले उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को चुनाव लड़ाने की तैयारी थी, लेकिन उनके इनकार करने के बाद पार्टी की परेशानियां बढ़ गई हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की यह गृह संसदीय सीट है। हमीरपुर जिला के मुख्यमंत्री सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश ऊना जिला के रहने वाले हैं। इस संसदीय सीट के तीसरे जिला बिलासपुर से मंत्री राजेश धर्माणी हैं। इस चुनाव में इन तीनों बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
ऐसे में पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारने के लिए मुकेश अग्निहोत्री को सशक्त प्रत्याशी बनाने का विचार किया था, लेकिन उन्होंने पारिवारिक कारणों का हवाला देकर स्वयं और बेटी आस्था के चुनाव लड़ने से मना किया है।
कांगड़ा लोकसभा सीट से विधायक रघुवीर सिंह बाली को प्रत्याशी बनाने के आसार अधिक हैं। बाली ने चुनाव लड़ने से साफतौर पर इनकार नहीं किया है।
उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे पत्र के माध्यम से उन्हें बिना विश्वास में लिए प्रत्याशी बनाने की तैयारियों को लेकर नाराजगी जताई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बाली का नाम हाईकमान के पास लंबित है। कांगड़ा सीट से जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर अन्य विकल्पों पर भी विचार अभी जारी है।