ओकओवर पहुंचने पर नवनिर्वाचित विधायको का हुआ भव्य स्वागत
Newly Elected MLAs का ढोल-नगाड़ों से किया भव्य स्वागत
2..सिरमौरी परिधान को आकर्षक बनाना जरूरी : हाब्बी
देशआदेश
कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक हरदीप सिंह बावा और मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर शिमला पहुंच गई हैं। हरदीप बावा ने सचिवालय जाकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मुलाकात की, जबकि कमलेश का ओकओवर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
समर्थकों ने उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। ओकओवर में समर्थकों ने नाटियां डालीं और एक-दूसरे को जीत की बधाई दी। सैकड़ों लोग उनके स्वागत में जुटे रहें।
वहीं, हिमाचल विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित तीन विधायक कमलेश ठाकुर, हरदीप सिंह बावा और आशीष शर्मा 22 जुलाई को सुबह 11 बजे विधानसभा में शपथ लेंगे। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया इन तीनों नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, मंत्री और विधायक इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। इससे पहले 6 नवनिर्वाचित विधायक बीते माह 12 जून को शपथ ले चुके हैं।
उपचुनाव में जीते 3 विधायकों के शपथ लेने के बाद विधानसभा समितियों में भी फेरबदल होगा। इसके तहत नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा की समितियों में स्थान मिलने की संभावना है।
विधानसभा में 2 बार हुए उपचुनाव के बाद अब विधानसभा सदन का सिटिंग प्लान भी बदलेगा। यह बदलाव विधानसभा के मानसून सत्र में देखने को मिलेगा। विधानसभा में अब महिला विधायकों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है।
पहले विधानसभा में रीना कश्यप एकमात्र महिला सदस्य थी। अब सत्ता दल कांग्रेस की सदस्य संख्या 40 और विपक्ष की संख्या 28 हो गई है। तीन सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में दो कांग्रेस और एक सीट पर भाजपा की जीत हुई है।
सिरमौरी परिधान को आकर्षक बनाना जरूरी : हाब्बी
जिला सिरमौर की पारंपरिक वेशभूषा एवं लोक नृत्य में प्रयोग होने वाले पारंपरिक परिधानों को सुंदर व आकर्षक बनाने का कार्य प्रसिद्ध लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों के परिधानों की अपेक्षा सिरमौर जिला के पारंपरिक परिधान काफी सीधे सादे हैं।
किन्नौर, लाहौल स्पीति, कुल्लू, चंबा आदि अन्य जिलों के परिधानों की सुंदरता में पिछले कई दशकों से काफी बदलाव आया है लेकिन सिरमौर जिला में यहां के परिधानों की सुंदरता को बढ़ाने के प्रयास का अभाव रहा है।
परिधानों को आकर्षक बनाने की जरूरत को महसूस करते हुए यहां पारंपरिक तरीके से कढ़ाई करके परिधानों को और अधिक आकर्षक बनाने का कार्य आरंभ किया है।
परिधानों पर कढ़ाई के लिए डिजाइनिंग का कार्य उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित युवा कलाकार गोपाल हाब्बी ने पद्मश्री विद्यानंद सरैक व जोगेंद्र हाब्बी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
गोपाल हाब्बी द्वारा परिधानों पर बनाई जाने वाली आकृतियों के मास्टर डिजाइन तैयार करके सांस्कृतिक दल के कलाकारों को प्रशिक्षण प्रदान कर उनसे पारंपरिक परिधानों पर कढ़ाई का कार्य करवाया जा रहा है।
हाब्बी ने बताया कि पारंपरिक परिधानों के माध्यम से भी सिरमौर की संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो इसलिए परिधानों पर सिरमौर जिला में विशेष पहचान रखने वाले डांगरा, ठोडा नृत्य, रिहाल्टी, देव पालकी, देव शिरगुल व देव परशुराम की मंदिर स्थलियों के चित्र आदि की आकृतियां को पारंपरिक तरीके से हाथ से कढ़ाई करके उकेरा जा रहा है।