Jan 31, 2025
HIMACHAL

कोयले की गैस लगने से तीन कारपेंटरों की मौत, कमरे में जला रखी थी अंगीठी

कोयले की गैस लगने से तीन कारपेंटरों की मौत, कमरे में जला रखी थी अंगीठी

 

 

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की ग्राम पंचायत अंहेच के रिहूं गांव में तीन युवकों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। तीनों कारपेंटर का काम करते थे। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण कोयले की अंगीठी से गैस लगना बताया जा रहा है। पुलिस ने युवकों के परिजनों को सूचित कर दिया है। उनके आने के बाद ही शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।तीनों युवक उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे।

युवकों की पहचान अरबाज, सुरेश और सूरज के रूप में हुई है। अरबाज और सुरेश उत्तरप्रदेश के बांस गांव (रामपुर) के रहने वाले थे। जबकि सूरज अशोकपुर पट्टी, बिलासपुर यूपी का निवासी था। तीनों इन दिनों रिहूं गांव में ही काम कर रहे थे।

पुलिस के मुताबिक मौका के निरीक्षण में सामने आया कि युवकों ने कमरे में एक टिन में ठंड से बचने के लिए आग जलाई थी। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि गैस लगने से युवकों की मौत हुई है।
एसपी गौरव सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में गैस लगना मौत का कारण लग रह है। मौके पर फॉरेंसिक की टीम को भी बुलाया गया था और साक्ष्य एकत्र किए हैं। पुलिस हर पहलु को देखकर जांच कर रही है।

अलाव और अंगीठी जलाते वक्त बरतें सावधानी
अगर अलाव या अंगीठी जला रहे हैं जो कमरे का दरवाजा और खिड़की पूरी तरह खोल दें, ताकि धुंआ निकल जाए। जब आग का धुंआ पूरी तरह निकल जाए तभी उसे कमरे के अंदर रखें। कभी भी अंगीठी को कमरे में जलाकर न सोएं। यह ध्यान रखें कमरे के अंदर कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं होना चाहिए।

हार गई मां की ममता: तीन साल के मासूम को बचाने के लिए कुत्तों के झुंड से भिड़ गई थीं कमला, नहीं बचा पाई जान

देेशआदेश

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 हिमाचल प्रदेश के लाहाैल-स्पीति में तीन साल के बच्चे पर छह-सात लावारिस कुत्ते टूट पड़े तो मां भी जिगर के टुकड़े की जान बचाने के लिए उनसे भिड़ गई, लेकिन भूखे कुत्तों के आगे मां की ममता हार गई। जब तक मां ने बच्चे को कुत्तों से छुड़ाया, तब तक काफी देर हो चुकी थी। लावारिस कुत्तों के हमले में बच्चे की आंतें भी पेट से बाहर निकल गई थीं। सिर और पैर भी बुरी तरह से नोच लिए थे। आंखों के सामने सारा मंजर देखा, लेकिन लाडले की जान नहीं बचा पाई। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। लाहौल घाटी के लोअर सुमनम गांव में हुई इस घटना से हर किसी की आंख नम है। इस घटना के बाद लाहौल-स्पीति जिले के लोग खौफजदा हैं।

तांदी पंचायत के प्रधान विरेंद्र कुमार ने बताया कि मृतक मासूम कुंजन की मां कमला और पिता काली बहादुर सीमा सड़क संगठन (94 आरसीसी) में मजदूरी करते हैं। वे अक्तूबर से लोअर सुमनम गांव में रह रहे हैं। यह घटना शुक्रवार शाम को करीब 4:15 बजे हुई। कुंजन दो अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था।
इस बीच, छह-सात लावारिस कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। बच्चे की मां थोड़ी दूर लकड़ियां इकट्ठा कर रही थीं। बच्चे की जान बचाने के लिए वह कुत्तों से भिड़ गई। बड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को छुड़वाया, लेकिन तब तक बच्चे की हालात नाजुक हो चुकी थी। उन्होंने घायल बच्चे को गांव के दो अन्य लोगों की मदद से क्षेत्रीय अस्पताल केलांग पहुंचाया। यहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस उप अधीक्षक राज कुमार ने बताया कि शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
विधायक ने ये कहा
आपदा प्रबंधन ने मृतक बच्चे के परिवार को चार लाख की मुआवजा राशि देने के प्रशासन को निर्देश दिए हैं। पशुपालन विभाग को स्थानीय पंचायत की मदद से कुत्तों की नसबंदी के लिए शिविर लगाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बच्चे की मौत पर शोक जताया। प्रभावित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी।
– अनुराधा राणा, विधायक