Jul 1, 2025
CRIME/ACCIDENT

सरीन के बिलासपुर, चंडीगढ़ और पंचकूला आवासों पर छापे

सहायक ड्रग नियंत्रक सरीन के बिलासपुर, चंडीगढ़ और पंचकूला आवासों पर छापे

ED raids at Chandigarh, Panchkula and Bilaspur residences of Assistant Drug Controller

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को हिमाचल के कांगड़ा में तैनात सहायक ड्रग नियंत्रक निशांत सरीन, उनके

परिवार के सदस्यों और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छापे मारे। ईडी ने सुबह 4:00 बजे से शुरू कार्रवाई के दौरान बिलासपुर, चंडीगढ़ और पंचकूला में पांच आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों की तलाशी ली। ईडी ने कई दस्तावेज खंगाले और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व बैंक खातों की डिटेल कब्जे में ली।

सरीन पर सोलन जिले के बद्दी में तैनाती के दौरान दवा कंपनियों से रिश्वत लेने के आरोप हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी ने पिछले साल सरीन के खिलाफ केस दर्ज किया था। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने निशांत के अलावा उनके ससुर रमेश कुमार गुप्ता और निशांत की सहयोगी डाॅ. कोमल खन्ना के ठिकानों की भी तलाशी ली है। पिछले एक हफ्ते से इस रेड की तैयारी चल रही थी।

ईडी को शक है कि सरीन ने अपने पद का दुरुपयोग कर फार्मा कंपनियों से अनुचित लाभ लिया। सरीन की करीबी सहयोगी कोमल खन्ना भी इस मामले में संदिग्ध बताई जा रही हैं। रमेश का नाम भी जांच में सामने आया है। विजिलेंस ने भी सरीन के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में अभियोजन की मंजूरी मांगी थी। आरोप था कि सरीन ने बद्दी के फार्मा हब में तैनाती के दौरान नियमों को तोड़कर दवा कंपनियों को फायदा पहुंचाया।

हिमाचल प्रदेश पुलिस की राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से अगस्त 2019 में दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की है। हिमाचल पुलिस की जांच में सरीन पर बद्दी स्थित फार्मास्युटिकल कंपनियों से रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। सरीन को सितंबर 2019 में गिरफ्तार किया था और कोमल खन्ना के साथ चार्जशीट दाखिल की गई थी। अक्तूबर 2019 में जमानत मिलने के बाद सरीन को 2024 में एडीसी कांगड़ा पदस्थापित किया गया था।

 

 

माल ढुलाई विवाद : अंब और भंजाल ट्रक ऑपरेटर यूनियन सदस्यों में चलीं लाठियां, नौ लोग घायल

माल ढुलाई को लेकर अंब और भंजाल ट्रक ऑपरेटर यूनियन के सदस्यों ने रविवार दोपहर के समय एक-दूलरे पर लाठियों और ईंटों से प्रहार किए। मारपीट में दोनों पक्षों के नौ लोग घायल हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए अंब थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति पर नजर रखे हुए है। जानकारी के अनुसार मुबारिकपुर में स्थित एक निजी उद्योग में माल ढुलाई को लेकर अंब और भंजाल स्थित ट्रक ऑपरेटर यूनियनों ने अपने-अपने हक की बात को लेकर आवाज उठाई थी।

अंब यूनियन के पदाधिकारी हरदेव सिंह के अनुसार रविवार सुबह माल ढुलाई के लिए उनका एक ट्रक भंजाल में उद्योग के गेट से जब गुजर रहा था तो भंजाल यूनियन के सदस्यों ने उनपर लाठियों से हमला बोल दिया। हमले में उनके चार लोग घायल हो गए। दूसरी तरफ ट्रक ऑपरेटर यूनियन भंजाल के प्रधान कंवर मनिंदर सिंह उर्फ मोनू ने बताया कि जीतपुर बहेड़ी औद्योगिक क्षेत्र में उनकी यूनियन के पास काम अधिक था। एक साल पहले अंब की शिवालिक ट्रक यूनियन के 30-40 ट्रक भंजाल यूनियन में लगाए थे।

लिव गार्ड फैक्ट्री का आधा काम शिवालिक ट्रक यूनियन अंब को दिया था। लेकिन, एक महीने पहले औद्योगिक क्षेत्र जीतपुर बहेड़ी की ईस्टमैन कंपनी बंद होने के कारण भंजाल यूनियन के पास काम नहीं रहा। इस कारण भंजाल यूनियन जयशंकर ने 10 तारीख को उपयुक्त को ज्ञापन दिया था। अब ट्रक यूनियन भंजाल जयशंकर की मांग है कि यूनियन को लिव गार्ड की माल ढुलाई का सारा काम वापस किया जाए। अंब ट्रक यूनियन के पास 7 फैक्ट्रियां हैं और वे वहीं से अपना माल ढुलाई का काम करें।

इसी बात का को लेकर रविवार सुबह दोनों पक्षों में विवाद और मारपीट हुई। इसमें भंजाल ट्रक यूनियन के सिमरन, राजकुमार, अशोक कुमार, होशियारपुर सिंह, रफीक मुहम्मद जख्मी हो गए।
वहीं, शिवालिक ट्रक यूनियन अंब ने जय शंकर ट्रक यूनियन भंजाल पर एक निजी कंपनी से माल ढुलाई मामले में समझौते का पालन न करने की बात कहते हुए थाना प्रभारी अंब को शनिवार को एक शिकायत पत्र दिया था। इसमें कहा गया है कि मुबारिकपुर में स्थित लिव गार्ड फैक्ट्री के माल की ढुलाई को लेकर शिवालिक ट्रक यूनियन अंब और जय शंकर ट्रक यूनियन भंजाल के बीच एक राजीनामा 3 अगस्त 2024 को जिलाधीश ऊना के आदेशानुसार किया गया था और दोनों यूनियनों को आधा-आधा माल ढुलाई के लिए बाध्य किया था।

कुछ समय तक यह राजीनामा शांतिपूर्ण चलता रहा है। अब कुछ ट्रक ऑपरेटर ऐसा राजीनामा मानने से इंकार कर रहे हैं। जिस कारण विवाद उपज रहा है। रविवार को दोबारा दोनों पक्ष ढुलाई को लेकर आमने-सामने आ गए और आपस में भिड़ गए। एसडीपीओ अंब डॉ. वसुधा सूद ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हालात पर नजर रखी है। किसी को भी कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। दोनों पक्षों के पदाधिकारियों से पूछताछ की गई है। उद्योग प्रबंधन से भी मामले से जुड़ी जानकारी मांगी गई।

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