Oct 13, 2025
Latest News

पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा अनावरण समारोह के लिए तैयारियां तेज 

रिज मैदान पर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं।

 

मुख्यमंत्री-मंत्री ने तैयारियों का लिया जायजा

बैठने के लिए की जा रही व्यवस्था
दिल्ली से आने वाले नेताओं के लिए इंतजाम पुख्ता
शिमला। रिज मैदान पर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। रिज मैदान को सजाने का काम शुरू हो गया है। प्रतिमा स्थल से लेकर रिज के नए परिसर तक सजावट की जा रही है।
शनिवार को भी सजाने का काम जारी रहा। शाम के समय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने अधिकारियों के साथ रिज का दौरा किया और यहां की तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों को तैयारियां जल्द पूरी करने, लोगों के बैठने की व्यवस्था करने और अन्य तैयारियों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार का कार्यक्रम है। इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। दिल्ली से कई बड़े नेता भी इस समारोह में शिरकत करेंगे। रिज को सजाने का काम दिन भर जारी रहेगा। प्रतिमा स्थल के चारों ओर शामियाने लगाए जा रहे हैं, जबकि प्रतिमा के ठीक सामने गणमान्य लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। समारोह में आने वाले लोगों के लिए भी पूरे रिज मैदान में बैठने की व्यवस्था की जाएगी।

रिज मैदान पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इसके अलावा सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम को दिशा निर्देश दिए गए हैं। रविवार को भी रिज क्षेत्र की सफाई की जाएगी और सोमवार सुबह 8:00 बजे तक सभी तैयारियां पूरी की जाएंगी।

 अहोई अष्टमी व्रत 13 कल, माताएं संतान के लिए रखेंगी निर्जला उपवास

व्रत की तिथि कल दोपहर 12:24 से 14 अक्तूबर को सुबह 11:09 बजे तक रहेगी

शाम 5:53 से 7:08 बजे तक पूजन का मुहूर्त

शिमला। अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्तूबर को रखा जाएगा। इस दिन माता अहोई की पूजा की जाएगी। महिलाएं निर्जला व्रत रखकर संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए प्रार्थना करेंगी। शाम को तारों को देखकर व्रत खोलेंगी।

अहोई अष्टमी की तिथि सोमवार को दोपहर 12:24 बजे से 14 अक्तूबर को सुबह 11:09 बजे तक रहेगी। पूजन का मुहूर्त शाम 5:53 से 7:08 तक रहेगा। तारे देखने का समय शाम 6:17 बजे और चंद्रोदय का समय रात 11:20 बजे होगा। गंज बाजार के राधा-कृष्ण मंदिर के पंडित उमेश नौटियाल ने बताया कि अहोई अष्टमी व्रत करने से संतान को अच्छा स्वास्थ्य और लंबी आयु मिलती है। यह व्रत परिवार में सुख-शांति और समृद्धि को बढ़ावा देता है।
पूजा विधि

अहोई अष्टमी पर सुबह स्नान कर अहोई माता की पूजा का संकल्प लें। इसके बाद माता की आकृति गेरू या लाल रंग से दीवार पर बनाएं। सूर्यास्त के बाद तारे निकलने पर पूजन आरंभ करें। पूजा सामग्री में चांदी या सफेद धातु की अहोई, चांदी की मोती की बोर (मनका), जल से भरा कलश, दूध, भात, हलवा, फूल और दीपक शामिल करें। सबसे पहले अहोई माता की रोली, फूल और दीपक से पूजा करें। माता को दूध-भात अर्पित करें। हाथ में गेहूं के सात दाने और कुछ दक्षिणा लेकर अहोई माता की कथा सुनें।

कथा के बाद चांदी की बोर (मनका) गले में पहन लें। गेहूं के दाने और बायना सास को देकर उनका आशीर्वाद लें तथा रात में तारों को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *