केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने दिया 72 घन्टें का अल्टीमेटम..
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने दिया 72 घन्टें का अल्टीमेटम..
रंग लाई विधवा की न्याय के लिए दिल्ली पुकार..
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने दिया 72 घन्टें का अल्टीमेटम..
NH-707 पर कंपनी द्वारा बिना अनुमति डंपिंग यार्ड बनाने के है आरोप..
पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे-707 पर निर्माण कार्य करने वाली “HES इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी” पर कार्रवाई की तलवार लटक चुकी हैं। कंपनी द्वारा मनमर्जी से बिना अनुमति बनाये गए डंपिंग यार्ड को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने सख्त रुख अपना लिया हैं।
गुरुवार को हुई मुलाकात बाद पांवटा पहुंचा पीड़ित परिवार सुमित्री देवी व सुमन ने पत्रकार वार्ता में कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने साफ तौर पर कह दिया है कि जो भी भूमि को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी वही लोग करेंगे, जिन्होंने नुकसान किया है।
उन्होंने कहा कि मामला अब तूल पकड़ चुका हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में मुलाकात दौरान कंपनी के खिलाफ शिकायत को अच्छे से सुना हैं।
बता दें कि यह डंपिंग यार्ड पहले से ही चिन्हित किया गया था। लेकिन पीड़ित परिवार ने बीते दिनों पत्रकार वार्ता दौरान कहा कि उन्हें इस संदर्भ में पहले कोई सूचना नहीं दी गई, न ही उनसे पंचायत प्रधान,स्थानीय प्रशासन या कंपनी द्वारा अनुमति ली गई है। ऐसे में उक्त लगभग 6 बीघा जमीन पर मिट्टी गिराना पीड़ित पक्ष के लिए दुखदायी हैं।
बताया जा रहा है कि बिना अनुमति बनाये गए डंपिंग यार्ड में मिट्टी ने प्राकृतिक जल स्रोत को दफन कर दिया हैं। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके घर में पहले ही विपत्तियों का पहाड़ टूटा है। गृहस्थी चलाने वाले मुख्या पुरुष की मृत्यु हो चुकी है। इसके बाद विधवा औरत के पास 3 बच्चे हैं, जिनके लालन-पालन के लिए वह दुग्ध उत्पादन का कार्य करती हैं।
पीड़ित परिवार के समक्ष अब यह समस्या उत्पन्न हो गई है कि डंपिंग यार्ड की मिट्टी से उनकी पशु चारे वाली घास सब दफन हो गई है। जिसके चलते अब उनका दुग्ध उत्पादन बंद होने की कगार पर हैं। विधवा के समक्ष परिवार का पालन पोषण करने की गंभीर समस्या आ खड़ी हुई है।
पीड़ित परिवार में विधवा की एक बड़ी युवा शिक्षित लड़की है, जो इस तनाव के कारण अपने कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी भी नहीं कर पा रही है।
पीड़ित परिवार ने मीडिया के समक्ष कहा था कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने उपरांत यदि कोई समाधान नहीं निकला तो वह मजबूरन आत्महत्या कर लेंगे।
लेकिन अब पीड़ित परिवार को उम्मीद जगी है कि नितिन गड़करी से मुलाकात बाद उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा। पत्रकार वार्ता दौरान सामाजिक कार्यकर्ता नाथूराम चौहान भी मौजूद रहे।
Originally posted 2021-12-03 13:01:06.