Nov 24, 2024
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फलों का राजा आम, बढ़ाएगा लोगों के मूंह की मिठास

फलों का राजा आम बढ़ाएगा लोगों के मूंह की मिठास

सिरमौर का दशहरी, आम्रपाली और लंगड़ा आम मशहूर: उद्यान विभाग

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पांवटा साहिब: जनपद सिरमौर में इस मर्तबा फलों का राजा आम की बंपर पैदावार की उम्मीद है। मैदानी इलाकों में आम की विभिन्न किस्मों के पेड़ फल से लदे पड़े हैं। मौसम की बेरुखी बागवानों पर भारी न पड़ी तो पिछले साल के मुकाबले इस साल आम उत्पादन 1500 मीट्रिक टन ज्यादा होगा।

पिछले साल सिरमौर के मैदानी इलाकों में आम का 2700 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था। इस साल यह चार हजार पहुंचने की उम्मीद है। बागवानी विभाग ने भी इस बार आम का उत्पादन का लक्ष्य चार हजार मीट्रिक टन रखा है। इन दिनों जिले के गर्म व मैदानी इलाकों में आम की फसल तैयार हो रही है। फिलहाल अभी स्थानीय आम बाजारों में नहीं उतरा है।

उम्मीद जताई जा रही है कि 15 से 20 दिन बाद आम बाजार में पहुंचेगा। इसके साथ-साथ बाहरी राज्यों में आम की भारी मांग है। अभी जिले के मंडियों में उत्तरप्रदेश से आम की आपूर्ति हो रही है। बता दें कि जिले में 18,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फलों का उत्पादन होता है, जिसमें 3,000 हेक्टेयर क्षेत्र में आम का उत्पादन हो रहा है।

इन दिनों जिला के धौलाकुआं, सालवाला, कंडेला, नवादा, शुभखेड़ा, फूलपुर शमशेरगढ़, पुरुवाला, श्यामपुर, विक्रमबाग, शंभूवाला, बेहराल, पांवटा साहिब आदि क्षेत्रों में आम से पेड़ लदे हुए हैं।

बागवानी विशेषज्ञों के मुताबिक यदि मौसम ने साथ दिया तो इस वर्ष जिला में आम की बहुत बंपर फसल होने की संभावना है, जिससे बागवानों को इसका लाभ मिलेगा।

उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार आम की बंपर पैदावार की संभावना है। इस बार 4,000 मीट्रिक टन आम की फसल होने के आसार हैं। जबकि पिछले साल जिले में 2500 से 2700 मीट्रिक टन ही आम का उत्पादन हो पाया था।

सिरमौर का दशहरी, आम्रपाली और लंगड़ा आम मशहूर

मैदानी इलाकों में आम की दशहरी, आम्रपाली व लंगड़ा किस्में काफी मशहूर हैं। मिठास में इन किस्मों का कोई मुकाबला नहीं है। साथ ही आचारी आम के तौर पर रामकेला का भी अच्छा उत्पादन होता है। इस बार विभाग ने शीरु माइला और धौलाकुआं स्थित आम के फार्म को छह लाख में नीलाम किया है।