Sep 8, 2024
HIMACHAL

फूलों के उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा, सरकार ने जारी की अनुदान राशि

पुष्प उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा, सरकार ने जारी की अनुदान राशि

देशआदेश

सूबे के पुष्प उत्पादकों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने किसानों को फूलों की खेती से जोड़ने और आय को बढ़ाने के मकसद से सिरमौर जिले के लिए 2.46 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी कर दी है।

हिमाचल पुष्प क्रांति योजना के तहत सरकार किसानों को 85 फीसदी अनुदान दे रही है। इसके तहत जिला सिरमौर में 20 हेक्टेयर रकबे को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।

पालीहाउस में लगने वाले फूलों के लिए बागवानी विभाग 4,000 वर्ग मीटर क्षेत्र के हिसाब से प्रति किसान को लाभांवित करेगा।
बता दें कि जनपद सिरमौर में प्रदेश में सबसे अधिक पुष्प उत्पादन किया जा रहा है। यहां कारनेशन, जरबरा, गुलाब, गेंदा, गुलदावदी और लिलियम जैसी किस्म के फूलों की खेती अधिक मात्रा में होती है।
प्रदेश में साल 2019 में पुष्प क्रांति योजना की शुरू की गई थी। योजना को 150 करोड़ की पंचवर्षीय योजना के रूप में लागू किया गया लेकिन किसानों का रुझान इस खेती की तरफ ज्यादा नहीं बढ़ सका।
सरकार का प्रयास है कि किसानों को इस खेती की तरफ मोड़ा जाए ताकि किसानों को फूलों के कारोबार से अच्छी आमदनी हो सके।

बता दें कि साल 2012 में सूबे में 915 हेक्टेयर रकबे पर फूलों की खेती हो रही थी। धीरे-धीरे खेती का क्षेत्र घटता चला गया। इस समय पूरे प्रदेश में 262 हेक्टेयर क्षेत्र में फूलों की खेती हो रही है। कभी जिले में 556 हेक्टेयर पर फूलों की खेती होती थी। इसका रकबा सिमटकर 78 हेक्टेयर रह गया है।

फूलों की खेती सिमटने के पीछे वजह कईं हैं। मार्केटिंग के लिए मंडी की सबसे बड़ी समस्या है। फूल जल्द मुरझाता है। इसके तैयार होते ही उत्पादकों की पहुंच मंडी तक नहीं होती। मंडियों में कोल्ड स्टोर की व्यवस्था बेहद जरूरी है। इसका भी अभाव रहा है।

हिमाचल पुष्प क्रांति योजना के तहत सिरमौर के 246 लाख (2.46 करोड़) रुपये का अनुदान मिला है। इसमें किसानों के लिए पॉलीहाउस में पुष्प उगाने के लिए 85 फीसदी तक अनुदान का प्रावधान है।

सिरमौर में सबसे ज्यादा पुष्प उत्पादन होता आ रहा है। किसान अनुदान का फायदा उठाकर अपने कारोबार और आय को बढ़ा सकते हैं।
– डाॅ. सतीश शर्मा, उपनिदेशक उद्यान विभाग सिरमौर