SIT की जांच में खुलासा, अभिषेक पर ही 200 करोड़ रुपये की देनदारियां
एसआईटी की जांच में खुलासा, आरोपी अभिषेक पर ही 200 करोड़ रुपये की देनदारियां
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में आरोपी अभिषेक 200 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं। एसआईटी की जांच में यह खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि ठगी के आरोपियों को 400 करोड़ रुपये निवेशकों के लौटाने हैं।
आरोपी हेमराज, सुखदेव से अभिषेक दो कदम आगे था। बैठक में वह निवेश करने वाले लोगों को बहला-फुसलाकर विश्वास में लेता था।
क्रिप्टोकरेंसी में पैसा निवेश करने पर लोगों के सामने फाइलें खोल देता था। बताता था कि इन-इन लोगों का पैसा डबल करके दिया है।
लोगों का मन जीतने के लिए मोबाइल को स्पीकर पर डालकर बात करता था। इस तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता था।
जिन लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी ठगी में पैसा लगाया है, उनके लिए पार्टियां भी करवाई जाती थीं।
इन पार्टियों में नेताओं को बुलाया जाता था। नेताओं के हाथों निवेशकों को सम्मानित किया जाता था।
पूर्व केंद्रीय मंत्रियों और विधायकों के साथ खींचे गए फोटो कार्यक्रमों में लोगों को एलईडी स्क्रीन में दिखाए जाते थे।
पार्टियों में लाखों रुपये खर्च किए जाते थे। यह भी लोगों को झांसा दिया जाता था कि देश-विदेश में कई लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगाए हैं। विदेशी लोग भी पैसा निवेश कर करोड़पति बने हैं।
अन्य आरोपियों से भी चल रही पूछताछ क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में अन्य आरोपियों से भी पूछताछ चल रही है।
इन आरोपियों से पहले अलग-अलग उसके बाद ग्रुप में साथ बिठाकर पूछताछ की जा रही है।
इन आरोपियों का झूठ सामने लाया जा रहा है। हालांकि ये आरोपी एक-दूसरे पर ठगी को लेकर आरोप लगा रहे हैं।
मास्टर माइंड अभिषेक दिल्ली से गिरफ्तार, एसआईटी ने छह जिलों के 41 स्थानों पर दी दबिश
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले के मास्टर माइंड अभिषेक को हिमाचल प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने शनिवार रात को दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। ठगी का मामला सामने आने के बाद से यह आरोपी करीब डेढ़ महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। अभिषेक के दिल्ली में होने की प्रदेश पुलिस को सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने दिल्ली में डेरा डाला और रात को ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
एसआईटी ने उसे शिमला जिला अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भागा था आरोपी अभिषेक
विधानसभा के हाल ही में हुए मानसून सत्र में एसआईटी गठित होने के बाद पुलिस ने 2 अक्तूबर को गुजरात के सोमनाथ जिला में क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में हेमराज और सुखदेव ठाकुर को गिरफ्तार किया था।
इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद अभिषेक और सुभाष भाग गए। करीब डेढ़ महीने तक अभिषेक पुलिस को चकमा देता रहा।
यह आरोपी उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा भाग रहा था। शुक्रवार को वह दिल्ली आया था, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वहीं आरोपी सुभाष अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इसके दुबई में छिपे होने की सूचना है।