Jan 16, 2025
HIMACHAL

बुजुर्ग महिला की हत्या, गला घोंटने का आरोप, बेटा और बहू गिरफ्तार; जानें

 हिमाचल प्रदेश में बुजुर्ग महिला की हत्या, गला घोंटने का आरोप, बेटा और बहू गिरफ्तार; जानें

Himachal News Elderly woman murdered accused of strangulation son and daughter-in-law arrested

पुलिस थाना हरिपुर के तहत एक प्रवासी बुजुर्ग महिला की हत्या का मामला सामने आया है। महिला के गले पर नजर आ रहे निशान देख आशंका जताई जा रही है कि गला घोंटा गया है। महिला की मौत के बाद उसका बेटा और बहू मौके से फरार थे। बाद में पुलिस ने उन्हें ऊना के नजदीक गिरफ्तार कर लिया। मृतका की पहचान मुन्नी देवी (65) निवासी बरेली, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। पांच माह पूर्व आरोपी की दो छोटी बेटियों की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी।

पुलिस चौकी रानीताल के तहत पंचायत भंगवार के गांव बांध में एक बुजुर्ग महिला के किराये के मकान में मृत पड़े होने की सूचना शुक्रवार सुबह 6:45 पर मिली।

डीएसपी देहरा अनिल कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया और टीम ने साक्ष्य जुटाए। महिला के शव की जांच करने पर गले में घाव के निशान पाए गए।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेज दिया है। पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। शनिवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
उधर, डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने बताया कि शनिवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। 

अगस्त में हुई थी दो बच्चियों की मौत
बुजुर्ग महिला लगभग 20 साल से अपने बेटे नेक पाल और बहू के साथ रह रही थी। पिछले साल अगस्त में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले यूपी निवासी नेक पाल की दो बेटियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मामले के अनुसार रात को सभी ने खाना खाया और सो गए। आधी रात को तीन साल की बच्ची अंशिका की तबीयत बिगड़ गई, वह उल्टियां करने लगी। देखते ही देखते उसकी तबीयत अधिक बिगड़ गई और उसने घर पर ही दम तोड़ दिया।
इसके बाद नेक पाल की दूसरी बेटी खुशी (7) की भी तबीयत खराब हो गई और वह भी उल्टियां करने लगी। बच्ची को मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, लेकिन बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
अगले दिन करीब 10 बजे मां की भी तबीयत बिगड़ गई। मां को तुरंत मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, जहां वह बच गई थी।

20 से कम छात्र संख्या के हाई, 25 वाले वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का घटेगा दर्जा; जानें डिटेल में

Himachal High schools with less than 20 students and senior secondary with 25 students will be downgraded

हिमाचल प्रदेश में 20 से कम छात्र संख्या वाले हाई और 25 वाले वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का दर्जा घटेगा। नए शैक्षणिक सत्र से पांच से सात किलोमीटर के नजदीकी स्कूलों में इन स्कूलों के विद्यार्थियों को दाखिले दिलाए जाएंगे।

 

 

प्रदेश में अब स्कूल मर्ज करने की जगह दर्जा घटाने का प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है। उच्च शिक्षा निदेशालय से जनवरी अंत तक सरकार ने इस बाबत प्रस्ताव मांगा है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का डाटा एकत्र होने के बाद सरकार की मंजूरी लेकर इनका दर्जा कम किया जाएगा।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिन हाई स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 20 या उससे कम होगी, ऐसे स्कूलों का दर्जा घटाकर मिडल किया जाएगा। इसी तरह जिन वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थी संख्या 25 या उससे कम होगी, वहां स्कूलों का दर्जा घटाकर हाई स्कूल किया जाएगा।

दर्जा घटने के बाद जो कक्षाएं स्कूलों में बंद हो जाएंगी, उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पांच से सात किलोमीटर के दायरे वाले अन्य स्कूलों में दाखिले दिलाए जाएंगे। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यह व्यवस्था लागू होगी।

 

उधर, 10 छात्र संख्या से कम वाले प्राइमरी स्कूलों को नजदीकी दो से तीन किलोमीटर के दायरे वाले स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 300 ऐसे स्कूल चिह्नित किए हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या दस से कम है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अगले चरण में कम छात्र संख्या वाले कॉलेजों को भी मर्ज किया जाएगा। सभी कॉलेजों से विद्यार्थियों के नामांकन की जानकारी मांगी गई है। प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने और हर संस्थान में पर्याप्त मात्रा में शिक्षकों की नियुक्तियां करने के लिए कम विद्यार्थियों वाले संस्थानों को मर्ज या दर्जा घटाने का फैसला लिया गया है।

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