राजेश भारद्वाज 61 मतों से जीत कर पांवटा इकाई के अध्यक्ष बने
रविवार को प्राथमिक शिक्षक संघ पांवटा इकाई के त्रिवार्षिक-2025 से 2028 चुनाव हुए। चुनाव पर्यवेक्षक अनूप वर्मा, राजेश कुमार व रणधीर चौधरी के देखरेख में चुनाव हुआ। इसमें अध्यक्ष पद पर 61 मतों के अंतर से जीत दर्ज कर राजेश भारद्वाज लगातार दूसरी बार अध्यक्ष चुने गए हैं।
प्राथमिक शिक्षक संघ पांवटा इकाई के त्रिवार्षिक चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए राजेश भारद्वाज व प्रदीप चौहान के बीच मुकाबला हुआ। कुल 143 मतों में से राजेश भारद्वाज को 102 और प्रदीप चौहान को 41 मत मिले। इसमें राजेश भारद्वाज को अध्यक्ष चुना गया। केवल अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ बाकी कार्यकारिणी को सर्वसम्मति से चुना गया है।
प्राथमिक शिक्षक संघ पांवटा साहिब की कार्यकारिणी में राजेश भारद्वाज को अध्यक्ष, सीमा खोंसला को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रामलाल हांडा को महासचिव, सोहन लाल शर्मा को कोषाध्यक्ष व सुनील तोमर को सर्वसम्मति से महालेखाकार चुन लिया गया है।
देव पालकी संग निकली जातर और रासे नाटी रहे आकर्षण का केंद्र

गिरिपार क्षेत्र में चल रहे विशु मेला का आयोजन रविवार को आंजभोज के बनौर गांव में धूमधाम के साथ मनाया गया, जिसमें वाद्य यंत्रों, शहनाइयों के साथ सुंदर पालकी में शिरगुल महाराज का आगमन होता है। इसमें गांव और क्षेत्र के पुजारी, भंडारी, भक्त लोग आदि शामिल हुए। इस अवसर पर मेला ग्राउंड में देव पालकी लाई गई। इसके साथ ही जातर भी पहुंची। देव पालकी के दर्शन को सैकड़ो लोग नतमस्तक हुए। मेला ग्राउंड में रासे नाटी भी की गई।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बिशु मेलों का आयोजन किया जाता है। जोकि पारंपरिक संस्कृति की झलक है। बनौर गांव में भी हर वर्ष इस मेले का धूमधाम से आयोजन किया जाता है। जिसमें क्षेत्र की जानी मानी हस्तियां और मौजीज लोग शामिल होते हैं।
इस अवसर पर गांव के पूर्व प्रधान चतर चौहान, नेतर चौहान, हिरदा राम, रंगी लाल, सुनील चौहान, प्रताप चौहान, दया राम चौहान, आशु चौहान, भरत चौहान, अनिल चौहान, रामलाल शर्मा, मोहन सिंह चौहान, सुरेंद्र चौहान आदि लोगों ने बताया कि यह हमारी पारंपरिक लोक संस्कृति है। इसको बरकरार रखना सभी ग्रामीणों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इस मौके पर युवाओं से भी आह्वान किया जाता है कि देवभूमि को नशा मुक्त बनाएं। साथ ही संदेश दिया गया कि अपनी संस्कृति का संरक्षण अवश्य करें।