Jul 27, 2024
HIMACHAL

आप की राह पर भाजपा!: हिमाचल में बिजली-पानी फ्री देने का एलान

हिमाचल दिवस पर सीएम ने की बड़ी घोषणाएं: महिलाओं का बस किराया 50 प्रतिशत माफ, बिजली-पानी भी निशुल्क देगी सरकार

न्यूज देशआदेश

सार
महिलाओं को एचआरटीसी की बसों में आधा किराया ही देना होगा। प्रदेश के घरेलू उपभोक्ता अब 125 यूनिट तक बिजली निशुल्क इस्तेमाल कर सकते हैं। गांवों में अब पानी का बिल नहीं आएगा। इससे हिमाचल की आधे से ज्यादा आबादी को फायदा होगा।

विस्तार
चुनावी साल में हिमाचल दिवस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता को तीन बड़े तोहफे दिए हैं। शुक्रवार को चंबा के चौगान में आयोजित राज्यस्तरीय हिमाचल दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश के भीतर चलने वाली सरकारी बसों में अब महिलाओं को बस किराये में 25 के बजाय 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यानी महिलाओं को एचआरटीसी की बसों में आधा किराया ही देना होगा।
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इसके अलावा प्रदेश के घरेलू उपभोक्ता अब 125 यूनिट तक बिजली निशुल्क इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सुविधा जून में इस्तेमाल की गई बिजली के जुलाई में जारी होने वाले बिलों में मिलनी शुरू होगी। तीसरा बड़ा तोहफा सरकार ने हिमाचल की ग्रामीण जनता को निशुल्क पानी के रूप में दिया है। गांवों में अब पानी का बिल नहीं आएगा। इससे हिमाचल की आधे से ज्यादा आबादी को फायदा होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 11 हजार मेगावाट बिजली तैयार कर बाहरी राज्यों को बेची जाती है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि हिमाचल के लोगों को यहां तैयार की जाने वाली बिजली का लाभ मिले। इसके लिए सरकार ने पहले 60 यूनिट बिजली खर्च करने पर जीरो बिल की व्यवस्था की थी। 61 से 125 यूनिट बिजली खर्च पर 1.55 से 1.00 रुपये प्रति यूनिट दर तय की थी। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए सरकार ने 0 यूनिट से लेकर 125 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर जीरो बिल की व्यवस्था कर दी है। उन्होंने कहा कि इस छूट से प्रदेश के 11.50 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। उपभोक्ताओं को इससे 250 करोड़ का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल एक दुर्गम पहाड़ी राज्य है। यहां के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी का 34-35 रुपये प्रतिमाह बिल आता है। कई बार दो से तीन महीनों के बाद आने वाला पानी का बिल भी ग्रामीण क्षेत्र के लोग अदा नहीं कर पाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जलशक्ति विभाग को 20 करोड़ की आय होती है। ऐसे में सरकार ने विचार-विमर्श करने के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के बिल माफ करने का फैसला लिया है।

तीन फीसदी महंगाई भत्ते की आस लगाए कर्मचारियों को लगी निराशा

हिमाचल दिवस पर सरकार ने प्रदेश की जनता को तीन बड़े तोहफे दिए, लेकिन सूबे के हजारों कर्मचारी तीन फीसदी महंगाई भत्ता मिलने की आस लगाए थे, लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी है। आउटसोर्स कर्मचारी भी नीति बनाने की मांग कर रहे हैं।

देश के प्रथम मतदाता को प्रेरणा स्रोत, तीन पद्मश्री अवार्डी को हिमाचल गौरव पुरस्कार

हिमाचल दिवस पर चंबा में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुरस्कार प्रदान किए। इनमें तीन सिविल सेवा, चार प्रेरणा स्रोत और छह हिमाचल गौरव पुरस्कार शामिल हैं। तीन पद्मश्री अवार्डी हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किए गए हैं। देश के प्रथम मतदाता किन्नौर के कल्पा निवासी श्याम सरण नेगी को प्रेरणा स्रोत पुरस्कार दिया गया। उनका पुरस्कार यह पुत्र प्रकाश नेगी ने लिया।

टीवी शो से चर्चा में आई हारमनी ऑफ द पाइन्स हिमाचल प्रदेश पुलिस बैंड को डीजीपी के माध्यम से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद धीमान ने अवार्ड लिया। लावारिस पशुओं की मदद के लिए कार्यरत धर्मशाला की स्वयंसेवी संस्था क्रांति के अध्यक्ष धीरज महाजन और डॉ. टेक चंद भंडारी को भी प्रेरणा स्रोत अवार्ड से नवाजा।

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन पुस्तकालय सुविधा शुरू करने के लिए उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग और टीकाकरण अभियान में उपलब्धि के लिए किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन को सिविल सेवा पुरस्कार प्रदान किए। हिमाचल गौरव पुरस्कार से सिरमौर जिले के देवठी मझगांव के पद्मश्री विद्यानंद सरैक, चंबा रुमाल को नई बुलंदियों पर ले जाने वाली चंबा के सुराड़ा निवासी ललिता वकील, डॉ. प्रत्यूष गुलेरी, डॉ. गौतम व्यथित और विजय राज उपाध्याय को नवाजा गया।

स्वर्गीय बाबा इकबाल सिंह का पुरस्कार बडू् साहिब के डॉ. देवेंद्र सिंह ने लिया। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के मुकेश रेप्सवाल ने पुरस्कार प्राप्त किया। डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय की डॉ. निवेदिता शर्मा को राज्य नवाचार पुरस्कार-2022 से पुरस्कृत किया गया।

जिला कांगड़ा के डॉ. प्रत्यूष गुलेरी ने कहा कि लोगों को अपनी भाषा में बात करनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि स्थानीय भाषाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग हो, ताकि इनका संरक्षण हो सके।

जिला कांगड़ा निवासी डॉ. गौतम व्यथित का कहना है कि साहित्य के क्षेत्र में उन्हें हिमाचल गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इससे वे उत्साहित हैं। इससे पहले भी उन्हें सम्मान मिल चुुके हैं।

जिला बिलासपुर विजयराज उपाध्याय का कहना है कि वे इस क्षेत्र में पिछले 35 सालों से कार्य कर रहे हैं। सरकार की ओर से उन्हें इस बार हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।