पंचायत में सोलर लाइट 11,000 में, बाजार में दाम 8,000 रुपये
पंचायत में सोलर लाइट 11,000 में, बाजार में दाम 8,000 रुपये
अनुदान के बाद भी महंगी सोलर लाइटें खरीदने के बाद पांच फीसदी एडिशनल एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज भी
देशआदेश
जिले की पंचायतों में सोलर लाइटें अनुदान के बाद भी महंगी मिल रही हैं। इसके चलते पंचायतों को बाजार कीमत से अधिक पर सोलर लाइटें खरीदनी पड़ रही हैं। महंगी सोलर लाइटें खरीदने के बाद पांच फीसदी एडिशनल एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज भी लगाया जा रहा है।
हैरत की बात यह है कि यह पंचायतों और बाजार में मिलने वाली दोनों सोलर लाइटें हिम ऊर्जा की हैं। बताया जा रहा है कि सरकार ने जून 2021 में पंचायतों में दी जाने वाली सोलर लाइटों के दाम तय कर दिए थे।
इसके बाद उन्हें कम नहीं किया गया जबकि बाजार में मिलने वाली सोलर लाइट की कीमत अब कम हो चुकी है। इसके चलते लोगों को पंचायतों से सोलर लाइट की खरीदारी करने में दिक्कतें आ रही हैं। महंगी होने के कारण लोग पंचायतों के बजाय बाजार से सोलर लाइटें खरीद रहे हैं।
पंचायतों को हिम ऊर्जा के तहत अनुदान राशि पर सोलर लाइटें दी जाती है। सरकार ने हिम ऊर्जा को अधिकृत किया गया है लेकिन हिम ऊर्जा से लोगों को सोलर लाइट खरीदना महंगा पड़ रहा है। पंचायतों में इसकी कीमत डेढ़ गुणा ज्यादा है और लोगों को अनुदान मिलने के बाद भी 11 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं।
वहीं हिम ऊर्जा पांच फीसदी एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज भी लगा रहा है जबकि बाजार में इसकी कीमत बहुत कम है। बाजार में सोलर लाइट सात से आठ हजार में आसानी से मिल रही है। पंचायतों में इन दिनों सैकड़ों सोलर लाइटें लगाने की मांग है लेकिन लाइटें महंगी होने से लोगों को परेशानी आ रही है। क्षेत्र के पंचायत प्रधान-उपप्रधान सरकार से सस्ते मूल्य पर सोलर लाइट मुहैया करवाने की मांग कर रहे हैं।
सोलन के नौणी-मझगांव मदन मोहन मेहता और शमरोड पंचायत के उपप्रधान जगमोहन ठाकुर ने कहा कि पंचायतों से लोगों को अनुदान राशि पर मिलने वाली सोलर लाइटें महंगे दामों पर मिल रही हैं। पंचायतों ने सस्ते दाम सोलर लाइट देने को लेकर उपायुक्त कृतिका कुलहरी को ज्ञापन भी सौंपा है।