Nov 24, 2024
POLITICAL NEWS

विक्रमादित्य के बयान पर भड़कीं भाजपा की महिला मंत्री, नेत्री

 

Himachal BJP: विक्रमादित्य के बयान पर भड़कीं भाजपा की महिला मंत्री, जिलानेत्री

देश आदेश शिमला

सार
सरवीण चौधरी ने कहा कि विक्रमादित्य ने जिस तरह की भाषा महिला नेता के लिए इस्तेमाल की है, वह अस्वीकार्य है। यदि कांग्रेस नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाता है तो उन्हें एट्रोसिटी के मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।

विस्तार
शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य के बयान पर भाजपा की महिला मंत्री, तीन विधायक और जिला महिला अध्यक्षा भड़क गई हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी समेत विधायक रीता धीमान, कमलेश कुमारी, रीना कश्यप और सिरमौर महिला मोर्चा अध्यक्षा शिवानी वर्मा ने विक्रमादित्य पर जुबानी हमला बोला है। रविवार को आशियाना शिमला में हुई प्रेस वार्ता में सरवीण ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह का रोहड़ू में दिया गया बयान निंदनीय है। उनकी मांगी गई माफी आम जनता को मंजूर नहीं होगी।

विक्रमादित्य ने जिस तरह की भाषा महिला नेता के लिए इस्तेमाल की है, वह अस्वीकार्य है। यदि कांग्रेस नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाता है तो उन्हें एट्रोसिटी के मुकदमे का सामना करना पड़ेगा। विक्रमादित्य को बोलने से पहले सोचना चाहिए था। सब कुछ मजाक नहीं है। रोहड़ू एक आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र है और अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित है।

इस तरह की दुखद टिप्पणी को तत्काल प्रभाव से बंद करें। यह बयान कांग्रेस नेताओं की महिलाओं के प्रति मानसिकता को दर्शाता है और विक्रमादित्य को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी मां एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह भी महिला हैं।

यही नहीं, हाल ही में थाना अंब में कांग्रेस के ब्लॉक नेताओं ने एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता को परेशान किया था। इनके खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। हेल्पलाइन पर हर शिकायत दर्ज होने पर 24 घंटे में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दी जाती है।

यह कहा था विक्रमादित्य ने

विक्रमादित्य सिंह ने बीते शनिवार को रोहड़ू में एक रैली को संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया था। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि एक स्थानीय भाजपा महिला नेता चंद ठेकेदारों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। मिलकर मलाई खाने में व्यस्त हैं। सभी सरकारी धन को जमकर लूट रहे हैं। विरोध के बाद विक्रमादित्य को माफी मांगनी पड़ी थी।