Nov 22, 2024
Latest News

आज से बारिश के आसार; जानें पूरी अपडेट

चोटियों पर बर्फबारी, शिमला में बादल, आज से बारिश के आसार; जानें पूरी अपडेट

 

प्रदेश में सोमवार को कुल्लू और लाहौल-स्पीति की चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला में दोपहर बाद बादल छाए रहे। प्रदेश के आठ मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति के कुछ क्षेत्रों में मंगलवार को बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।

 

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से दस अक्तूबर तक कई जगह मौसम खराब बना रहेगा। मैदानी जिलों में सोमवार को मौसम साफ रहने के साथ धूप खिली।

 

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आठ से दस अक्तूबर तक कई जगह मौसम में बदलाव आने का पूर्वानुमान जताया है। प्रदेश में बदलते मौसम के बीच अब न्यूनतम तापमान में भी कमी आना शुरू हो गई है।

 

रविवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान 4.7, कुकुमसेरी में 4.9, कल्पा में 6.8, समदो में 8.4, मनाली में 9.9, शिमला में 13.6 और धर्मशाला में 15.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

 

 

सोमवार को राजधानी शिमला में सुबह के समय बादल छाए रहे। दस बजे के बाद शहर में धूप खिली। शाम पांच बजे फिर शहर में बादल छा गए। इसके चलते शहर के मौसम में सुबह और शाम के समय ठंडक बढ़ गई है।

 

हिमाचल के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाया जाएगा बागवानी विषय, शिक्षा मंत्री ने दिए निर्देश

हिमाचल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में अब बागवानी विषय भी पढ़ाया जाएगा। 11वीं और 12वीं कक्षा में वैकल्पिक विषय के तौर पर शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इसकी शुरुआत होगी। हिमाचल के बागवानी बहुल क्षेत्रों में इस विषय पर अधिक फोकस किया जाएगा।

 

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने उच्च शिक्षा निदेशालय को इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में बागवानी का महत्वपूर्ण योगदान है। युवाओं को इससे और अधिक जोड़ने के लिए बागवानी विषय को स्कूलों में शुरू करने का फैसला लिया गया है।

हिमाचल के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में बागवानी विषय पढ़ाने के लिए इसमें उच्च शिक्षा प्राप्त करने वालों को बतौर शिक्षक नियुक्त किया जाएगा। शिक्षक भर्ती के लिए भी नियम और शर्तें तैयार करने को कहा गया है।

बागवानी विश्वविद्यालय नौणी से चर्चा के बाद भर्ती से संबंधित नियम तैयार किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज के दौर में बहुत कम युवा बागवानी पर ध्यान दे रहे हैं। युवाओं में इसके प्रति रुचि बढ़ाने के लिए विषय के तौर बागवानी को पढ़ाने का फैसला लिया गया है।
शिमला, कुल्लू, मंडी, किन्नौर, लाहौल-स्पीति सहित अन्य सेब बहुल क्षेत्रों में अधिक से अधिक विद्यार्थी विषय को पढ़ें, इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।
आज के दौर में बहुत कम युवा बागवानी कर रहे हैं। बगीचे प्रवासी मजदूरों के हवाले ही कर दिए गए हैं। ऐसा ही चलता रहा तो हिमाचल प्रदेश बागवानी राज्य का दर्जा खो बैठेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बागवानी विषय पढ़ने से विद्यार्थियों में अपने बगीचों के प्रति लगाव अधिक बढ़ेगा। यह क्षेत्र आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर पैदा करने में भी सहायक होगा।