शिमला:दो दिन का अल्टीमेटम, विवादित ढांचे को गिराने की मांग
Shimla Sanjauli Masjid: हिंदूवादी संगठनों ने की नारेबाजी, विवादित ढांचे को गिराने की मांग
समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल में अवैध निर्माण को तोड़ने की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने संजौली बाजार में जोरदार प्रदर्शन किया।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- कानून व्यवस्था को तोड़ा तो सरकार करेगी कार्रवाई
शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में सभी नागरिक एक समान हैं, सभी धर्मों का सम्मान है। जो भी कानून व्यवस्था को हाथ में लेगा, सरकार उस पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
कानून व्यवस्था को हाथ में लेने का किसी के पास कोई अधिकार नहीं है। विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक हो, उसका हम सम्मान करते हैं, लेकिन कानून व्यवस्था को तोड़ने की इजाजत न तो किसी राजनेता को है और न ही राजनेता के समर्थक को।
संजौली विवाद का क्या कारण रहा, क्यों विवाद बढ़ रहा है, इस पर सरकार ने गहनता से विचार किया है। शहरी विकास मंत्री इस पर बयान दे चुके हैं। हिमाचल में आने वाला हर आदमी कानून से बंधा है और हमारे सभी साथी भी कानून से बंधे हैं।
इस दौरान संजौली चौक से ढली टनल और यहां से वापस संजौली चौक पर लोगों ने एकत्रित होकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन को देखते हुए हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
प्रदर्शन के कारण दोपहर करीब डेढ़ घंटे वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दोपहर में बड़ी संख्या में लोग संजौली चौक पर एकत्रित हुए। इसके बाद बाजार में विरोध रैली निकाली गई। इस दौरान पुलिस ने धार्मिक स्थल की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस बल तैनात किया था। सबसे पहले सैकड़ों की संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए ढली टनल की ओर रवाना हुए। इसके बाद दोबारा संजौली चौक पर पहुंचे।
संजौली चौक लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर दो दिनों में अवैध निर्माण नहीं तोड़ा तो वे हजारों की संख्या में एकत्रित होकर दोबारा प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की।
लोगों में आक्रोश इस बात का था कि प्रशासन की आंखों के सामने सालों से अवैध निर्माण होता रहा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा लोगों ने प्रदेश सरकार से बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों को पंजीकरण करने और सड़कों के किनारे अवैध रूप से रेहड़ी-फड़ी सजाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की।
लोगों का कहना है कि बाहर से आने वाले लोग शहर की कानून व्यवस्था को खराब कर रहे हैं। हिंदू जागरण मंच के पूर्व पदाधिकारी कमल गौतम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में दो दिन के भीतर कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि शनिवार को नगर निगम आयुक्त की कोर्ट में इसकी सुनवाई होनी है। इसके बाद भी अगर अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई नहीं हुई तो लोग दोबारा हजारों की संख्या में प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। प्रदर्शन में महिलाओं ने भी भाग लिया।
क्यूआरटी के जवानों ने संभाला मोर्चा
संजौली बाजार में प्रदर्शन को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात रहे। इस दौरान संजौली चौक पर क्यूआरटी के जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ था।
बाजार के अलावा लक्कड़ बाजार-आईजीएमसी जाने वाले मार्ग के अलावा वॉकवे पर भी जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात थे। इसके अलावा विवादित धार्मिक स्थल के आसपास भी बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी।