दुर्गम क्षेत्रों में खाली पद भरने को बनेगा कठिन क्षेत्र उप कैडर

कार्मिक विभाग ने जारी किए निर्देश

हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में खाली पद भरने के लिए राज्य सरकार ने कठिन क्षेत्र उप कैडर बनाने का फैसला लिया है। वीरवार को इस संदर्भ में कार्मिक विभाग ने सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों को कर्मचारियों के खाली चल रहे पद भरने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। साल 1999 की अधिसूचना का हवाला देकर कठिन क्षेत्र उप कैडर की सीधी भर्ती और पदोन्नति करने को कहा गया है। विभाग ने स्पष्ट किया कि कठिन क्षेत्र उप कैडर से संबंधित जारी आदेशों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कार्मिक विभाग के अवर सचिव की ओर से जारी पत्र में बताया कि वर्ष 1999 में जनजातीय एवं दुर्गम इलाकों में विकास असमानता को दूर करने के उद्देश्य से कठिन क्षेत्र उप कैडर का गठन किया गया था। इस व्यवस्था के तहत विभिन्न विभागों के सभी पदों/सेवाओं में एक उप कैडर बनाया गया, ताकि इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में विशेष प्राथमिकता दी जा सके। साल 2013 और 2016 में भी राज्य सरकार ने उप कैडर को और स्पष्ट एवं पुनर्गठित किया था। विभाग ने अब पाया कि संबंधित विभाग इन निर्देशों का सही ढंग से पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में पद आज भी खाली पड़े हैं। इससे इन क्षेत्रों में सरकार की कई योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन प्रभावित हुआ है।
ऑनलाइन सट्टेबाजी : हिमाचल, हरियाणा चंडीगढ़ और पंजाब में 35 ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड

भारत-पाकिस्तान के बीच रविवार को खेले गए एशिया कप मैच के दौरान ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की गई। इनकम टैक्स विभाग की चंडीगढ़ और शिमला की टीमों ने संयुक्त अभियान चलाकर चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में 35 ठिकानों पर छापा मारा। ऑपरेशन एंड गेम नामक कार्रवाई में करीब 300 करोड़ से अधिक के काले खेल का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में 15 से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
जांच में सामने आया कि यह नेटवर्क वर्ल्ड-777, डायमंड एक्सचेंज और 10-एक्स बैट एप के जरिये क्रिकेट, कार रेसिंग समेत राजनीतिक घटनाओं पर भी सट्टा लगवा रहा था। भारत-पाकिस्तान मैच में अकेले 50 करोड़ रुपये का सट्टा लगाया गया था। नेटवर्क दुबई और आर्मेनिया से संचालित हो रहा था। आरोपियों ने हवाला के जरिये करोड़ों रुपये विदेश भेजने की भी योजना बनाई थी। छापेमारी के दौरान करोड़ों की ज्वेलरी, लग्जरी गाड़ियां, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और सर्वर जब्त किए गए। सूत्रों के अनुसार बैटिंग एप पर लाइव कैसिनो वीडियो और लड़कियों के जरिये ऑनलाइन वीडियो दिखाकर लोगों को अधिक पैसे लगाने के लिए उकसाया जाता था। मामले में 15 से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
क्यूएफएक्स धोखाधड़ी मामले में ईडी ने मुख्य एजेंट किया गिरफ्तार
ईडी ने क्यूएफएक्स/वाईएफएक्स/बॉटब्रो प्लेटफार्मों के जरिये किए गए बड़े निवेश घोटाले में कार्रवाई करते हुए भारत में सक्रिय मुख्य एजेंट हरिंदरपाल सिंह को मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया है। विशेष पीएमएलए अदालत चंडीगढ़ ने आरोपी को नौ दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है। ईडी की जांच कई एफआईआर पर आधारित है। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में आईपीसी की धारा 120बी, 406 और 420 के तहत केस दर्ज हुए थे।