Nov 21, 2024
POLITICAL NEWS

राजनीति: प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले पर उलझे हिमाचल के कांग्रेसी

राजनीति: प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले पर उलझे हिमाचल के कांग्रेसी

देश आदेश, शिमला

सार
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जहां कार्रवाई की मांग की है, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और विधायक सतपाल रायजादा ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर हिमाचल प्रदेश के कांग्रेसी आपस में ही उलझ गए हैं। विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जहां कार्रवाई की मांग की है, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और विधायक सतपाल रायजादा ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र के पार्टी लाइन से अलग बयान से कांग्रेस की राजनीति गरमा गई है।

इस मामले में कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने पंजाब सरकार से जांच की मांग की है। सोशल मीडिया में जारी बयान में उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की वकालत भी की है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि बीते रोज जो घटनाक्रम हुए हैं, वह बहुत चिंताजनक हैं। जिस भी राज्य या देश में प्रधानमंत्री जाते हैं, बाहर का सुरक्षा घेरा उस राज्य और देश की सुरक्षा एजेंसियां देती हैं।

नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर लिखा है कि पहले भी कई बार प्रधानमंत्रियों का काफिला रोका गया है।

इंदिरा गांधी को छात्रों ने, राजीव गांधी को नौजवानों ने रोका। तब वहीं उनकी बात सुनी और कार्यवाही का आश्वासन दिया। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने इसे मुद्दा बनाकर इसका राजनीतिकरण किया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि भाजपा इस पर राजनीति कर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री की रैली का पंडाल खाली दिखा तो उसके बाद भाजपा नेताओं ने दुष्प्रचार शुरू कर दिया।

ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा ने विधायक विक्रमादित्य की फेसबुक पोस्ट पर सवाल उठाए हैं। रायजादा ने वीडियो जारी कर कहा कि यह दुखद है कि भाजपा नेता पंजाब के सीएम, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।

भाजपा नेताओं के हक में बोलना कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश है। अपने नेताओं का पक्ष लेने के बजाय दूसरी पार्टी के नेताओं का पक्ष लेना जायज नहीं है।

Originally posted 2022-01-07 00:09:12.