May 9, 2024
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बारिश न होने से फलदार पौधों की रोपाई रुकी, फसलों पर भी संकट

बारिश न होने से फलदार पौधों की रोपाई रुकी, फसलों पर भी संकट

देशआदेश मीडिया

पांवटा साहिब। मौसम की बेरुखी की मार जिले भर के किसान-बागवानों को झेलनी पड़ रही है। इसमें बारिश न होने से जहां रबी की फसल तबाह हो रही है। वहीं हजारों, लाखों रुपये के खरीदे गए विभिन्न फलदार पौधों को बगीचों में लगाने का कार्य भी लटक गया है।

किसान-बागवान बारिश का इंतजार कर रहे है। खरीदे गए पौधें अभी तक एक साथ मिट्टी में ही दबे हैं।

इसके अलावा गेहूं, मटर, लहसुन, समेत अन्य साग सब्जियों की वृद्धि रुक गई है।

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यदि मौसम में आगामी एक सप्ताह में परिवर्तन नहीं हुआ तो हालात और बिगड़ सकते हैं। ऐसे में बारिश होना अति आवश्यक है।

जानकारी के अनुसार नौणी विवि और केवीके सोलन की ओर से पौधों का वितरण 11 दिसंबर से शुरू कर दिया है। इस बीच हजारों की संख्या में किसान बागवानों ने सेब,आम नाश्पाती, कीवी, प्लम, खुवानी सहित अन्य फलदार पौधों की खरीद की है।

बारिश न होने की वजह से दून पांवटा साहिब में घना कोहरा और शीत लहर चल रही है।

कोलर, धौलाकुआं, रामपुर माजरी, बहराल, सत्तिवाला, भाटावाली, पुरुवाला, रामपुर घाट, फूलपुर शमशेरगढ़, भगानी, गोज्जर, खोदरी माजरी आदि गांव-पंचायत के किसान-बागवान मौसम की बेरुखी मार से परेशान है।

किसान नेता गुरविंदर सिंह गोपी, जसपाल सिंह, KR Sharma ने बताया कि बीते करीब तीन महीनों से बारिश और बर्फबारी न होने के कारण सूखे की स्थिति बनी हुई है।

इससे फलदार पौधो की आगामी फसल प्रभावित होने की आशंका है। बगीचों में इस समय प्रूनिंग (कटिंग) और तौलिये बनाने का काम होता था, लेकिन मौसम के साथ न देने से काम ठप पड़ा है।

वहीं, गेहूं की बिजाई की जा चुकी है। किसानों को बारिश का इंतजार है।

 

बागवान अभी तक असमंजस में हैं कि इन पौधों को लगाया जाए या नहीं। क्योंकि बारिश न होने के चलते पौधों के सूखने का भी भय बना हुआ है।

सबसे अधिक नुकसान मटर, लहसुन और गेहूं को हो रहा है। नौणी विवि की ओर से अभी तक करीब एक लाख से से अधिक विभिन्न फलदार पौधों की बिक्री की है।