Oct 15, 2024
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आतंकी मुठभेड़ में हिमाचल के अरविंद बलिदान, शहादत की सूचना पाकर मां बेसुध

हिमाचल में लागू होगा स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014, जहां-तहां नहीं बैठ सकेंगे तहबाजारी

तहबाजारी अपनी मर्जी से जहां-तहां नहीं बैठ सकेंगे। केंद्र सरकार के इस एक्ट को लागू करने की तैयारी में प्रदेश की अफसरशाही जुट गई है।

Street Vendor Act 2014 will be implemented in Himachal, no street vendors will be able to sit anywhere

हिमाचल प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 सख्ती से लागू होगा। तहबाजारी अपनी मर्जी से जहां-तहां नहीं बैठ सकेंगे।

केंद्र सरकार के इस एक्ट को लागू करने की तैयारी में प्रदेश की अफसरशाही जुट गई है। नगर निगम शिमला में साल 2016-17 में इस एक्ट को लागू किया था।

 

शिमला नगर निगम देश में ऐसा पहला निगम है, जिसने एक्ट को लागू किया लेकिन अब यह एक्ट फाइलों में दम तोड़ रहा है।

 

माकपा शासित नगर निगम ने शिमला में नो वेडिंग के साथ करीब 1500 तहबाजारी बैठाने के स्थान तय किए थे। 2017 में नगर निगम और प्रदेश की सत्ता बदलने के यह एक्ट ठंडे बस्ते में चला गया है।

 

इस कारण शिमला में तहबाजारियों की समस्या बढ़ गई है। राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 को अब पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

 

तहबाजारियों के बैठने के लिए स्थान तय
शिमला, धर्मशाला, सोलन, मंडी और पालमपुर नगर निगम सहित सभी नगर निकाय क्षेत्रों में तहबाजारियों के बैठने के लिए स्थान तय किए जाएंगे।
दुकानों के आगे तहबाजारियों को बैठाने पर पूर्ण रोक लगेगी। नो वेंडिंग जोन में अगर कोई तहबाजारी बैठा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई जाएगी। अधिसूचित होने वाले वेंडिंग जोन में सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
आने वाले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से गठित की जाने वाली स्ट्रीट वेंडिंग कमेटी को एक्ट से अवगत कराया जाएगा। कमेटी के सुझावों को लेकर पूरे प्रदेश में इसे सख्ती से लागू किया जाएगा।
उधर, नगर निगम शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान ने बताया कि 2016-17 में शिमला में 583 तहबाजारियों की सूची तैयार की गई थी। इन्हें बैठाने के लिए स्थान भी तय किए थे लेकिन, 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद से यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सचिवालय में हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान इसकी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को दी गई है।

जिला मुख्यालयों में तहबाजारियों से पेश आ रहीं दिक्कतें

राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश जिला मुख्यालयों के बाजारों में तहबाजारियों के चलते दिक्कतें पेश आ रही हैं। स्थानीय कारोबारी इन तहबाजारियों को अवैध तरीके से अपनी दुकानों के आगे बैठाने का किराया वसूलते हैं। इस कारण बाजार संकरे होते जा रहे हैं। प्रदेश में इन दिनों जारी विरोध प्रदर्शन का यह भी एक बड़ा कारण है। सरकार ने अब स्ट्रीट वेंडर एक्ट को सख्ती से लागू करने का फैसला लिया है। इसके लिए नीति बनाने को विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से एक कमेटी का गठन किया जाना है।

आतंकी मुठभेड़ में हिमाचल के अरविंद बलिदान, शहादत की सूचना पाकर मां बेसुध

 

 

किश्तवाड़ से 45 किमी दूर छात्रू इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो जवान बलिदान हो गए। दो अन्य गंभीर घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर उधमपुर के कमान अस्पताल पहुंचाया गया है। बलिदानी जवानों की पहचान व्हाइट नाइट कोर के नायब सूबेदार विपिन कुमार व सिपाही अरविंद सिंह के रूप में हुई है। बलिदानी अरविंद सिंह(27) हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के लहद गांव के निवासी थे। अरविंद के बलिदान होने की सूचना मिलते ही पैतृक गांव में मातम छा गया है। बेटे की शहादत की सूचना पाकर माता बेसुध हैं। पत्नी पर दूखों का पहाड़ टूट गया है। 15 महीने का बेटा है, जिसने अभी तक अपने  पिता का मुंह तक ढंग से नहीं देखा था।

अब उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। शहादत की खबर मिलने के बाद घर में चूल्हा तक नहीं जला है। आसपास के लोग भी परिजनों को सांत्वना देने के लिए इकट्ठा हो गए हैं। परिजन नम आंखों से बलिदानी जवान की पार्थिक देह का इंतजार कर रहे हैं। अरविंद का छोटा भाई भी भारतीय सेना में ही सेवाएं दे रहा है। जैसे ही भाई के बलिदान होने की खबर मिली वह तुरंत घर आ गया। शहीद के दादा भी भारतीय सेना में ही थे। पिता रजिंद्र सिंह ने कहा कि सैनिक अधिकारी से बात हुई है, उन्होंने शाम तक पार्थिव देह पहुंचने की संभावना बताई है।