Nov 21, 2024
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नहीं रहे अंबोया गांव के गांधीवादी जुगल किशोर सेवल

नहीं रहे अंबोया गांव के गांधीवादी जुगल किशोर सेवल

16 जनवरी रात 1 बजे के लगभग हृदय गति रुकने से निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

देश आदेश पांवटा साहिब

गांधीवादी प्रचारक जुगल किशोर सेवल (97) का रविवार 16 जनवरी रात 1 बजे हृदय गति रुकने से अपने गांव अंबोया में निधन हो गया। उनके निधन की सूचना से आंजभोज समेत पांवटा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी।क्षेत्र की जनता व परिवारजनों ने जुगल किशोर सेवल को रविवार शाम को अंतिम विदाई दी।

शनिवार को गांधीवादी प्रचारक जुगल किशोर सेवल अपने घर में आराम कर रहे थे कि अचानक उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। सेवल के निधन की सूचना से क्षेत्र के लोग स्तब्ध हो गये। और उनकी 100 जीने की इच्छा पूरी नहीं हो पाई।

बता दें कि जुगल किशोर सेवल का जन्म 1923 में अपने पैतृक गांव अंबोया में हुआ था। अपने 97 साल के जीवन काल में किसी भी बीमारी से पीड़ित नहीं थे। बीपी, शुगर, दमा, टीवी आदि किसी भी बीमारी के शिकार नहीं थे, हमेशा फिट रहते थे। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा देहरादून से था उच्च शिक्षा 1944 में नाहन लाहौर बोर्ड के अंडर उत्तीर्ण की, जिसकी वार्षिक परीक्षाए अंबाला में हुई।

ततपश्चात उन्होंने छोटे से शहर पांवटा में एक निजी स्कूल में अपनी सेवाएं शुरू की। लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था और वह 1942 से 1947 तक महाराजा सिरमौर के कार्यालय में एक पर्यवेक्षक के रूप में सेवाएं देते रहे। महाराजों का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्होंने डीसी सिरमौर के दफ्तर में उन्हें बीडीओ का कार्यभार मिला।

1950 में अपने ही गांव अंबोया से सुमित्रा सेवल (85) से विवाह रचाया। परिवार में वह सबसे बड़े भाई थे। उनसे छोटे भाई आनन्द किशोर सेवल तथा तीसरे मदन किशोर सेवल है। तथा उनके पास तीन बेटे राहुल, राजीव व धीरज और 1984 में सुपरनिटेंडेंट के तौर में सेवानिवृत हुए। उनके प्रयासों से अंबोया में गांधी मंदिर का निर्माण व मूर्ति स्थापित की।

उनका अंतिम सपना 100 साल तक जीवन गुजरने का था, लेकिन रविवार 16 जनवरी रात करीब 1 बजे A.M. उन्होंने अंतिम सांस ली। अंबोया पंचायत प्रधान सुनीता शर्मा, पूर्व प्रधान कला शर्मा, जयप्रकाश शर्मा, निशिकांत मेहता, हन्नी सेवल, बालकिशन आदि क्षेत्र ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया।

Originally posted 2022-01-17 16:09:51.