स्वाभिमान सम्मेलन में खूब गूंजा, ‘सही चुनाव-बड़ा बदलाव..’, का नारा
स्वाभिमान सम्मेलन में खूब गूंजा, ‘सही चुनाव-बड़ा बदलाव..’, का नारा
पांवटा साहिब । रविवार को पांवटा के बाइकुआं में कार्यकर्ता स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में इस बार ‘सही चुनाव-बड़ा बदलाव..’, का नारा खूब गूंजा। भाजपा से टिकट के दावेदारी कर रहे रोशन लाल चौधरी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इसमें बेरोजगारी, बदहाल सड़कों सहित स्वास्थ्य, शिक्षा और किसानों के मुद्दे खूब गूंजे।
रोशन लाल चौधरी ने कहा कि क्षेत्र में चंडीगढ़ और देहरादून की तर्ज पर विकास दूर की बातें हैं। स्थानीय जनता को बेहतर सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली, शिक्षा और सिंचाई जैसी मूलभूत सुविधाओं को भी तरसना पड़ रहा है। किसानों को सिंचाई के लिए सुविधा नहीं मिल रही। सैकड़ों औद्योगिक इकाइयों के बावजूद 70 फीसदी स्थानीय युवाओं को रोजगार की शर्त पूरी नहीं हो रही। शिक्षित युवा बेरोजगार घूम रहा है।
आलम यह है कि समाजसेवी सुनील चौधरी ने स्वास्थ्य एवं सरकारी बसों को लेकर अनशन व पदयात्रा की। इसके बाद भी अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद नहीं भरा जा सका है।
अजोली पंचायत के पूर्व प्रधान अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि राजनीति में करीब ढाई दशक जीवन के दिए हैं। विकास निरंतर प्रक्रिया है। नेताओं को सतर्क होने की जरूरत है।
क्षेत्र में अफीम की खेती को मंजूरी मिलनी चाहिए। अफीम की खपत, दवा तैयार करने वाली इकाईयों में हो सकती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को हैंडपंप या ट्यूबवेल मिले।
अधिवक्ता नरेश चौधरी और सुधीर गुप्ता ने कहा कि विकास केवल सोशल मीडिया तक सीमित हो गया है। पांवटा साहिब विकास में पिछड़ गया है। स्थानीय अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों, स्टाफ नर्सों के दर्जनों पद रिक्त हैं। सड़कों की दशा सबसे खराब है।
ऊर्जा मंत्री के राज में बिजली आपूर्ति के कट रिकॉर्ड बना चुके हैं। रेलवे लाइन कागजों में सिमट गई है। पांवटा साहिब में केवल हैंडपंप की राजनीति चल रही। चहेतों के तीन-तीन हैंडपंप और बोरवेल लगे हैं। इसलिए टिकट में बदलाव जरूरी है।
इस अवसर पर अनिल चौधरी, कुलदीप, दिनेश, उजागर, रामपाल, सुभाष, नरेश चौधरी, गोपाल, राममूर्ति और अशोक कुमार मौजूद रहे।