उद्योग निदेशक हिप्र से बैठक में कहा, रेलवे लाइन, बेहतर सड़के, पार्किंग, पर्याप्त बिजली व ड्रेनेज समेत कई सुविधाए नही
उद्यमी पड़ोसी राज्य उत्तराखंड औद्योगिक विकास सुविधाए जुटाने में हिमाचल से आगे निकला..देश आदेश
उद्योग निदेशक हिप्र से बैठक में कहा, रेलवे लाइन, बेहतर सड़के, पार्किंग, पर्याप्त बिजली व ड्रेनेज समेत कई सुविधाए नही
सुविधा अभाव में नई औद्योगिक इकाइयों के आना मुश्किल, पुरानी इकाइयों को संचालित कर पाना भी चुनौती
न्यूज़ देशआदेश /सिरमौर
पांवटा साहिब के चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री गोंदपूर मे हुई उद्योग निदेशक के साथ शुक्रवार को बैठक हुई। इस दौरान उद्योगपतियों ने दो टूक कहा कि नई इंडस्ट्री आने की उम्मीद कम ही है। विषम हालात में पुरानी इकाइयों को रोकना भी बड़ी चुनौती हैं। पांवटा साहिब उदोगिक विकसित करने को निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने उद्योगपतियों की समस्याएं सुना व जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया
शुक्रवार को पांवटा साहिब के उद्योगपतियों ने चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री गोंदपूर मे निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति के साथ आयोजित हुई बैठक में विभिन्न मांगे उठाई।
समय रहते पांवटा साहिब औधोगिक क्षेत्र को सहारनपुर से रेल लाईन से जोड़ा जाना चाहिए।
हिमाचल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री पांवटा साहिब के अध्यक्ष सतीश गोयल, महासचिव नवीन अग्रवाल समेत उद्योगपतियों ने कहा कि वर्षों से रेल लाईन के लिए सर्वे पर सर्वे ही होते रहे हैं। इससे आगे बात ही नही बढ़ी है। सहारनपुर से पांवटा साहिब के लिए सबसे कम दूरी की रेल लाईन बन सकती है। इससे उद्योगपतियों की समस्या काफी हद तक दूर होगी। इसके साथ ही एयरपोर्ट के लिए भी सर्वेक्षण करने की मांग की गई।
बैठक में उधमियों ने कहा कि पांवटा से शिलाई एनएच -707 सड़क मार्ग, तारूवाला में बेतरतीब स्पीड ब्रेकर लगा दिए, ड्रेनेज , डंपिंग साइट, पार्किंग दिक्क़ते, इंडस्ट्री सब्सिडी लंबित, नई इंडस्ट्री की सरकारी भूमि प्लाट उपलब्ध नहीं है। धारा-118 अनुमति में दिक्कतें आ रही। उत्तराखंड हिमाचल राज्य की सीमा पर भगानी क्षेत्र में पुल जल्द बनें। इंडस्ट्री क्षेत्र गोंदपुर में 33 केवी सब स्टेशन अलग से बने। ईएसआई अस्पताल खोलने की मांग, एम्बुलेंस सुविधा तक नही मिल पा रही है। एएसआई में अच्छे स्थानीय कुछ अस्पताल पैनल में लाएं जाय।
इससे पहले, जीएम इंडस्ट्री ज्ञान सिंह चौहान ने औद्योगिक विकास पर प्रेजेंटेशन दी। जिसमे बताया गया कि कितनी राशि विकास पर खर्च हो चुकी है। औद्योगिक क्षेत्र के ढांचागत विकास मे आगामी समय करीब 9.50 करोड़ का बजट प्रस्तावित हैं। । महाप्रबंधक उधोग ज्ञान सिंह चौहान ने कहा कि पांवटा औधोगिक क्षेत्र में इस वक्त सरकारी प्लाट उपलब्ध नही हैं। पांवटा साहिब में कुल 250 इंडस्ट्री में से 75 गोन्दपुर क्षेत्र में है । करीब 75 बीघा भूमि 5 किमी दूर पांवटा से इंडस्ट्री क्षेत्र विकास को चिन्हित व प्रस्तवित है।
स्थानीय उद्योगपति अरुण शर्मा , अरुण गोयल
व एनपीएस सहोता ने कहा की पांवटा साहिब क्षेत्र में रेलवे व वॉल्वो बस सुविधा मिले। पड़ोसी राज्य उत्तराखंड सुविधाओं को उपलब्ध करवाने में आगे निकल गया। बेहतर हेलीपैड, कनेक्टिविटी सुविधा भी हमसे बेहतर है। हिमाचल से टीम जाकर देखे की कहा हम उनसे पीछे रह रहे हैं। रेलवे के चार सर्वे अब तक हो गए। कई बार हुए और बात वही तक अटकी रहती है। पांवटा में हेलीपैड सुविधा नही बन पा रही है।
इस मौके पर चेंबर ऑफ कॉमर्स पांवटा इकाई अध्यक्ष सतीश गोयल, महासचिव नवीन अग्रवाल, अरूण शर्मा, उद्योगपति अरूण गोयल, एनपीएस सहोता, मनमीत सिंह मल्होत्रा, वीपी सिंह ठाकुर, दीपक गोयल, सुरेश चौहान, केएस चौहान, विक्रम मित्तल, महेंद्र पाल सिह, हरीश व अनूप शर्मा समेत उद्योगपति और इकाइयों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
Originally posted 2021-08-28 04:22:44.