जिसने दिया पूरे गांव को अस्तित्व, वो आज अपने अस्तित्व के लिए मोहताज।
जिसने दिया पूरे गांव को अस्तित्व, वो आज अपने अस्तित्व के लिए मोहताज।
न्यूज़ देशआदेश
उपमंडल पांवटा साहिब के आँजभोज क्षेत्र के केंद्र बिंदु कहा जाना वाला गांव नघेता का मुख्य पनिहार कुफार के नाम से प्रसिद्ध था वो आज अपने आस्तित्व के लिए ही मोहताज हो गया है। यह बात NSS शिविर के दौरान फिर से उजागर हुई है।
जानकारी के अनुसार इस पणिहार ने जब नघेता गांव बसा होगा लगभग 500 साल पहले से पिछले दो दशक तक पूरे गांव की आपूर्ति का केवल एक मात्र जल साधन रहा हैं ।
लेकिन उठाई पेयजल आपूर्ति के कारण अब इसका उपयोग बंद हो गया है और इसकी हालत जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच गई है।
न तो सरकार , पंचायत और न ही स्थानीय लोग इसकी सुध ले रहे है। रा व माध्यमिक विद्यालय नघेता के कार्यक्रम अधिकारी कमलेश शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ वर्षो से एन एन एस छात्र छात्राएं इसकी बीच बीच में साफ सफाई करते है।
बरसात के दौरान इसमें मलबा आ जाता है यदि यही स्तिथि रही तो आने वाले कुछ वर्षों में यह पूर्णतया सुख सकता है।
सरकार के जल स्रोत बचाओ अभियान की भी ये पोल खोलता है सरकार और स्थानीय लोग को इसकी अवश्य सुध लेने चाहिए।
इस दौरान शिविर के बच्चों ने पुराने व अधूरे जलस्रोत, बावड़िय, रास्ते को समय-समय पर संवारने की कोशिशें जारी रखी है।