सूखे और कोहरे से गेहूं की फसल हो रही तबाह
सूखे और कोहरे से गेहूं की फसल का रंग पड़ा पीला
फसलें तबाह होने से किसान चिंतित, नुकसान का मुआवजा की रखी मांग
जिले में शुष्क ठंड के साथ लगातार पड़ रहा घना कोहरा से किसानों की फसलें खराब होने लग गई हैं। दून पांवटा और आस पास के क्षेत्रों में इस बार बारिश के लिए लंबे इंतजार से किसानों को चिंता सता रही है।
वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों से पड़ रही लगातार कोहरे की सफेद चादर से फसलों के रंग में भी असर दिखाई दे रहा है।
कोहरे के कारण यहां गेहूं की फसल पीली पड़नी शुरू हो गई और खेत भी सूखे हो चुके है। लिहाजा किसानों पर इस बार मौसम की दोहरी मार पड़ रही है। पिछले चार माह से सूखा चल रहा है।
किसानों ओमप्रकाश, जाकिर अली, गुरविंदर सिंह, गरीबू दास, जसपाल सिंह, महेंद्र समेत अन्य किसानों का कहना है कि बारिश के कारण खेत सूखे पड़े हैं।
महंगी कीटनाशक दवाओं का छिड़काव और खाद आदि से किसानों की फसल लागत में वृद्धि हुई है। ऐसे में खेती करना पहले से महंगी होती जा रही है।
किसानों को पड़ रही मौसम की मार के से फसल बर्बाद होने की कगार पर आ गई है। सरकार मौसम की मार से झेल रही फसलों को सूखाग्रस्त घोषित करें और किसानो को राहत प्रदान करे, ताकि किसानों पर अधिक आर्थिक बोझ न पड़े।