Nov 22, 2024
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Dhanteras 2021: हिमाचल में धनतेरस के लिए सजे बाजार, जानिए खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त

Dhanteras 2021: हिमाचल में धनतेरस के लिए सजे बाजार, जानिए खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त

न्यूज देश आदेश शिमला

सार
धनतेरस के लिए हिमाचल प्रदेश में बाजार सज गए हैं। मंगलवार को बाजारों में खूब भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। चौहटा, सेरी बाजार, भूतनाथ गली और इंदिरा मार्केट पूरी तरह से सज गई है। इस बार धनतेरस पर खरीदारी के दो शुभ मुहूर्त हैं।

धनतेरस पर्व पर मंगलवार को संध्या बेला पर 6:18 बजे से रात्रि 8:14 बजे तक पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा। इस बार धनतेरस पर खरीदारी के दो शुभ मुहूर्त हैं। इसमें 6 बजकर 34 मिनट से 11 बजकर 30 मिनट और दूसरा 6 बजकर 18 मिनट से रात 10 बजकर 21 मिनट तक खरीदारी करना शुभ है। यह कहना है हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के ज्योतिषाचार्य सुधीर शर्मा का। उन्होंने कहा कि यह पर्व दिवाली से दो दिन पूर्व मनाया जाता है।
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पुराणों के अनुसार धनतेरस के दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। कहते हैं कि पहला सुख निरोगी काया, जब तक स्वस्थ रहेगा तभी धन भी आएगा। धातु में माता लक्ष्मी का वास होता है, इस दिन सोने चांदी के आभूषण, बर्तन, नया वाहन इत्यादि खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन घर और अपने प्रतिष्ठान के लिए नया झाड़ू अवश्य लेना चाहिए। शाम के समय भगवान लक्ष्मी नारायण के साथ धन के देवता कुबेर की पूजा होती है।

धनतेरस के लिए सजे बाजार
वहीं, धनतेरस के लिए हिमाचल प्रदेश में बाजार सज गए हैं। मंगलवार को बाजारों में खूब भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। चौहटा, सेरी बाजार, भूतनाथ गली और इंदिरा मार्केट पूरी तरह से सज गई है।

धनतेरस पर क्यों खरीदे जाते है बर्तन
धनतेरस के दिन धनवंतरि पूजन होता है। मां लक्ष्मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन लोग सोने, चांदी के अलावा बर्तन भी खरीदते है। मान्यता है कि इस दिन कोई भी खरीदा गया समान तेरह गुना लाभ देता है।

किस दिन क्या खास
3 नवंबर
नरक चतुर्दशी, छोटी दीपावली का उत्सव मनाया जाएगा। सांय काल स्थिर लग्न 6.10 से 8.06 के मध्य हनुमान जी का पूजन करना शुभ रहेगा।

5 नवंबर
अन्नकूट गोवर्धन पूजा के लिए सांयकाल स्थिर लग्न 6.02 से 7.58 बजे के मध्य समय श्रेष्ठ रहेगा।

6 नवंबर
भाईदूज का पर्व मनाया जाएगा। टीका करने के शुभ मुहूर्त।
प्रात:  7.25 से 9.00 तक
दिन में 11.45 से 14.57 तक
सांय 5.58 से 7.44 तक
महंगे होने के बावजूद कांसे के बर्तनों की भारी मांग
वहीं,  धनतेरस के लिए राजधानी शिमला के बर्तन बाजार सज गए हैं। मंगलवार को धनतेरस के शुभ मुहूर्त पर बर्तनों की खरीदारी के लिए शहर के बाजारों में जमावड़ा लग सकता है। इसे देखते हुए शहर के बर्तन कारोबारियों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। धनतेरस से पहले सोमवार को भी काफी लोगों ने बर्तनों की खरीदारी की। राजधानी के बर्तन बाजार में एक नया टेंड्र देखने को मिल रहा है। लोग स्टील, एल्युमिनियम के साथ साथ कांसे के बर्तनों की भी खूब मांग कर रहे हैं।

महंगा होने के बावजूद कांसे की थाली, गिलास, लोटा समेत दूसरे बर्तनों की बाजार में खासी मांग है। ऐसे में कारोबारियों को इसका अतिरिक्त स्टॉक मंगवाना पड़ रहा है। राजधानी में कांसे के बर्तनों के रेट 1325 रुपये से लेकर 1400 रुपये प्रति किलो है।  यह स्टील और एल्युमिनियम से तीन गुना से भी ज्यादा है। इसके बावजूद कांसे की थालियां बाजार में खूब बिक रही हैं। कारोबारियों के अनुसार एक किलो में दो थालियां मिल रही हैं। कांसे के अलावा पीतल के बर्तन भी लोग पसंद कर रहे हैं।

सुबह आठ बजे ही खुल जाएंगी बर्तन की दुकानें
धनतेरस के पर्व पर मंगलवार को शहर में बर्तन की दुकानें सुबह आठ बजे खुल जाएंगी। देर शाम तक लोग बर्तनों की खरीदारी कर सकते हैं। शिमला व्यापार मंडल के महासचिव नितिन सोहल ने बताया कि धनतेरस पर इस बार खरीदारी बढ़ने की उम्मीद है। बर्तनों पर महंगाई की मार पड़ी है लेकिन दो साल बाद बाजार चमकने को तैयार है।

सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है कांसा
कांसे के बर्तनों का धार्मिक महत्व है। शादी समारोह में पूजा जैसे कार्यक्रमों में कांसे की थाली और लोटे का इस्तेमाल होता है। कन्यादान में भी कई लोग कांसे के बर्तन दान करते हैं। सेहत के लिए भी कांसा फायदेमंद है। इसमें जीवाणुओं और विषाणुओं की मारने की क्षमता होती है। कांसे के बर्तनों में खाना खाने से रक्त और त्वचा संबंधी रोग कम होते हैं।

यहां जानिये किसके क्या रेट
बर्तन           बीते साल रेट      इस साल रेट
स्टील            300 रुपये      400 रुपये प्रति किलो
कांसा            1300 रुपये   1400 रुपये प्रति किलो
एलुमिनियम       350 रुपये     400 रुपये प्रति किलो
पीतल             800 रुपये      900 रुपये प्रति किलो

 

Originally posted 2021-11-01 14:10:02.