Mar 14, 2025
HIMACHAL

उद्योगपति बोले-बिजली दरें बढ़ने से प्रदेश में घटते जा रहे निवेशक

परवाणू के उद्योगपति बोले-बिजली दरें बढ़ने से प्रदेश में घटते जा रहे निवेशक

सरकार लगातार कर रही वृद्धि, उद्योग संचालक हो रहे परेशान
देशआदेश
औद्योगिक क्षेत्र परवाणू के उद्योगपतियों ने सरकार की ओर से बढ़ाई गई बिजली की दरों को वापस लेने के लिए कहा है। उद्योग संघ के सदस्यों का कहना है कि सरकार लगातार बिजली की दरों में कुछ न कुछ जोड़ती जा रही है। इस कारण उद्योगों पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
पहले भी बिजली और अन्य कारणों के चलते कई उद्योग दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो गए हैं। अब भी कई उद्योग बिजली की लगातार बढ़ती दरों के कारण दूसरे राज्यों में शिफ्ट होने की आशंका बढ़ गई है।
उद्योग संघ परवाणू के सचिव सार्थक तनेजा ने कहा प्रदेश दूसरे राज्यों को बिजली उपलब्ध करवाता है। लेकिन स्वयं के घर में बिजली की दरों में बीते कुछ समय में काफी वृद्धि हुई है।
पहले यहां पर बिजली दरें कम होने के कारण उद्योगपति निवेश करते थे। लेकिन दो वर्षों में सरकार ने बिजली सब्सिडी वापस ले ली है और बिजली शुल्क में काफी वृद्धि कर दी है। इससे उद्योगों के लिए बिजली अप्राप्य हो गई है।
हाल ही में बिजली की खपत पर 10 पैसे का दूध उपकर और 2-10 पैसे प्रति यूनिट पर्यावरण उपकर लगाने की अधिसूचना जारी कर दी है। इससे अधिक बोझ उद्योगों पर पड़ेगा।
उन्हेांने कहा कि अगर प्रदेश में बिजली की दरें कम होती है और सब्सिडी पुन: शुरू होती है तो इससे प्रदेश में निवेशक बढ़ेंगे और बेरोजगारी की दर प्रदेश में कम हो जाएगी। लेकिन इसके विपरीत कार्य चला हुआ है।

अब जिले के निजी की तर्ज पर सरकारी स्कूलों की भी होगी ब्रांडिंग

 

 

 

सरकारी विद्यालयों में छात्रों की निरंतर घटती संख्या को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। जिसके तहत निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों की भी ब्रांडिंग की जाएगी। जिसमें स्कूल मुख्याध्यापक समेत अन्य शिक्षक सोशल मीडिया, पंफ्लेट, स्लोगन समेत अन्य गतिविधियों से अभिभावकों को बच्चों को सरकारी स्कूल में ही दाखिला दिलवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इसमें स्कूल अपनी उपलब्धियों का पंफ्लेट बनाकर उसे वितरित भी कर सकते है।

 

 

 

 

उप जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा जिला सोलन राजकुमार पराशर ने बताया कि शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं। इसके तहत जिले के प्रत्येक स्कूल में अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए विशेष मुहिम शुरू की जा रही है।

 

 

 

 

स्कूल मुखियाओं को आदेश दिए है कि वह अपने स्कूल की उपलब्धियों का ब्योरा तैयार कर उसे सोशल मीडिया, पंफ्लेट पर तैयार कर बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही प्रवेश दिलाने के लिए प्रेरित करना होगा।

 

 

 

इसके अलावा स्कूल की टीमें गांव में रैली निकाल और घर-घर जाकर कर अभिभावकों को जागरूक कर सकते हैं। जिसमें वह सरकारी स्कूलों में दी जा रही सुविधाओं और लाभों के बारे में बता सकते है।

 

 

 

इसमें एमडीएम, पोषण आहार योजना, निशुल्क वर्दी, निशुल्क किताबें, बेहतरीन फर्नीचर, आधुनिक लैब, आईटी लैब जोकि कई स्कूलों में पहली कक्षाओं से शुरू की गई है समेत स्मार्ट कक्षाओं की भी जानकारी दे सकते है।