वैवाहिक बंधन में बंधने जा रहे हैं मंत्री विक्रमादित्य सिंह
वैवाहिक बंधन में बंधने जा रहे हैं मंत्री विक्रमादित्य सिंह, इस दिन यहां होगी शादी

हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार वैवाहिक बंधन में बंधने जा रहे हैं। शादी के कार्ड भी छप चुके हैं और मैरिज वेन्यू भी तय हो चुका है। विक्रमादित्य सिंह 22 सितंबर 2025 को चंडीगढ़ में शादी करेंगे।
अमरीन कौर चंडीगढ़ निवासी सरदारनी ओपिंदर कौर एवं सरदार जोतिंदर सिंह सेखों की सुपुत्री हैं। विवाह समारोह चंडीगढ़ स्थित निवास में आयोजित होगा। सुबह 10 बजे शादी के कार्यक्रम शुरू होंगे, जिसके बाद दोपहर 1 बजे से लंच का आयोजन रखा गया है। विक्रमादित्य की पहली शादी 8 मार्च 2019 को राजस्थान की सुदर्शना सिंह से हुई थी, लेकिन वैवाहिक मतभेदों के कारण 2020 में उनका तलाक हो गया। अब ये इनकी दूसरी शादी होने जा रही है जो चंडीगढ़ में होगी।

कौन हैं डॉ. अमरीन सेखों?
डॉ. अमरीन सेखों के पास अंग्रेजी और मनोविज्ञान में दोहरी मास्टर डिग्री है और उन्होंने मनोविज्ञान में पीएचडी भी की है। डॉ. अमरीन सेखों पंजाब यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर के पद पर काम रह रही हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. सेखों विक्रमादित्य सिंह की पुरानी दोस्त हैं। वह करीब 35 साल की हैं और उनकी यह पहली शादी है।
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के एक प्रमुख राजनेता और कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। वे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पुत्र हैं। वर्तमान में, वे हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग (PWD), तथा शहरी विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं। वे शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने हिमाचल के बिशप कॉटन स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से इतिहास में स्नातक किया। इसके बाद, उन्होंने लंदन से इतिहास में मास्टर्स डिग्री हासिल की।

विक्रमादित्य सिंह ने 2013 में राजनीति में प्रवेश किया और हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। वे 2017 में पहली बार शिमला ग्रामीण से विधायक चुने गए और 2022 में दोबारा इस सीट से जीत हासिल की। 2022 में, उन्हें सुक्खू सरकार में लोक निर्माण विभाग, युवा सेवा और खेल विभाग का मंत्री बनाया गया। बाद में उन्हें शहरी विकास विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई। वर्तमान में इनके पास लोक निर्माण विभाग और शहरी विकार की जिम्मेदारी है।

लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस ने उन्हें मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां उनका मुकाबला भाजपा की कंगना रनौत से हुआ, लेकिन वे हार गए।
विवाद: 2024 में, विक्रमादित्य सिंह ने राज्यसभा चुनाव के दौरान बगावत की और मंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की, जिससे हिमाचल में कांग्रेस सरकार में अस्थिरता की स्थिति बनी। हालांकि, बाद में उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया।