सिविल अस्पताल को मिला रेडियोलॉजिस्ट, सप्ताह में इन तीनों तक देंगे सेवाएं
3 दिन डेपुटेशन के सहारे पर सिविल अस्पताल में सेवाएं देने पर व्यवस्था परिवर्तन मंच ने जताई नाराजगी
जब तक रेडियोलॉजिस्ट की रेगुलर अस्पताल में नियुक्ति नहीं होती, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा:सुनील चौधरी
देश आदेश पांवटा साहिब
सिविल अस्पताल पांवटा को आखिर अपना रेडियोलॉजिस्ट मिल गया है। प्रदेश मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं ऊर्जामंत्री के अथक प्रयास से रेडियोलॉजिस्ट की रिक्त पद के लिए नियुक्ति हो चुकी है। इसके लिखित आर्डर की कॉपी भी खबर के साथ सलंग है। अब सप्ताह के दिन मंगलवार, बुधवार और वीरवार को पांवटा सिविल अस्पताल में सेवाएं देने।
हालांकि उन्होंने कब से सेवाएं देनी है। यह उन पर निर्भर करता है। लेकिन इतना जरूर है कि जो पद पिछले 6 साल से रिक्त था उसके लिए पांवटा साहिब व्यवस्था परिवर्तन मंच के संयोजक एवं जिला बाहती युवा मंच के अध्यक्ष सुनील चौधरी व उनके सहयोगी संघठन कार्यकर्ताओं की मेहनत रंग लाई है। उनकी आवाज नारी का सम्मान में बड़ा कदम रहा।
3 दिन की सेवाएं देने पर क्या कहा मंच संयोजक ने
पांवटा साहिब व्यवस्था परिवर्तन मंच के संयोजक सुनील चौधरी व उनके सहयोगी टीम ने 3 दिन डेपुटेशन के सहारे पर सिविल अस्पताल में सेवाएं देने से असंतुष्टि व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि जो रेडियोलॉजिस्ट की आर्डर कॉपी हमें आज बताई गई। इस बारे सीएमओ सिरमौर ने पहले ही बता दिया था, लेकिन हमने तब भी सप्ताह में तीन दिन सेवाएं देने से धरना बंद नहीं करने को कहा और आज भी हम अपनी मांग पर स्थिर है कि जब तक सिविल अस्पताल पांवटा में रेगुलर रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं होती, हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। फिर चाहे हमें कितना भी संघर्ष करना पड़े, हम उसके लिए तैयार बैठे है।
बता दें कि सोमवार से पांवटा साहिब व्यवस्था परिवर्तन मंच का धरना प्रदर्शन दिन रात जारी है। आज भी मंच के द्वारा रेडियोलॉजिस्ट नियुक्ति के लिए पांवटा मुख्य बाजार से धन इकट्ठा किया ।उनका कहना है जब सरकार बार बार कहती है कि धन व विकास की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी तो पांवटा में 3 दिन की बजाय 6 दिन रेगुलर रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति क्यों नहीं होती।
मतलब साफ है कि सरकार रेगुलर डॉक्टर की सैलरी देने में असमर्थ हैं। इसके पीछे सरकार की क्या मंशा है। भगवान जाने। तो मंच आज से धन की व्यवस्था में जुटे है। लेकिन मांग सिर्फ व सिर्फ रेगुलर रेडियोलॉजिस्ट की ही रहेगी। अन्यथा धरना प्रदर्शन नहीं थमेगा।
Originally posted 2021-12-25 14:34:21.