डेढ़ दशक बाद भी मुख्य मार्ग से नहीं जुड़ पाई राजपुर-कंडेला-सालवाला सड़क, टारिंग तो दूर
डेढ़ दशक बाद भी मुख्य मार्ग से नहीं जुड़ पाई राजपुर-कंडेला-सालवाला सड़क, टारिंग तो दूर:मनीष
अनदेखी: तोमर ने विभाग व सरकार पर उठाए सवाल, 4000 लोग झेल रहे परेशानी
देशआदेश
पांवटा साहिब:बीजेपी से बागी हुए मनीष तोमर ने अब पूर्व एमएलए और ऊर्जा मंत्री को को घेरना शुरू कर दिया है । गिरिपार की जनता की आवाज़ उठाते हुए तोमर अब मुखर होने लगे है।
मनीष तोमर ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा की पूर्व एमएलए और ऊर्जा मंत्री को भले ही जनता के पैसों से महोत्सव मनाने में बीजी रहे, लेकिन राजपुर से कंडेला जाने वाले 4000 से ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र इन नेताओं की बेरुखी की मार झेल रह है
सड़क टारिंग के बिना यहां मेहनत करने वाले किसानों की नगद फसल खेतों में ही सड़ कर बर्बाद हो रही है क्योंकि एक मात्र मार्ग की हालत दयनीय है, विभाग ने और किसी जनप्रतिनिधि ने इस तरफ कभी ध्यान नहीं दिया। नतीजा ये हुआ की यहां की जनता आर्थिक मार तक झेल रही है
यहां किसानों को अपनी फसल मंडी में लाने की लिए कई किलोमीटर तक कन्धों में लादकर लानी पड़ती है, इन पहाड़ी रास्तों में कई तरह की चुनौतिओं का सामना लोगो को करना पड़ता है
मनीष ने आगे कहा है की 2006 में ये सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण शुरू हुआ था। लेकिन देश दशक बीतते गए, फिर भी इस तरफ बहुत कम ध्यान दिया, उन्होंने कहा कि यहां की लोगों के लिए ये मार्ग ही लाइफ लाइन है, निगम, व निजी बस आदि वाहनों की सुविधा न मिल पाने से मजबूरन यहां मरीज़ों को कन्धों में उठा कर हॉस्पिटल लाना पड़ता है ।
मनीष तोमर आगे अपनी बात रखते हुए कहते है कि यहाँ के लोगों की याद सिर्फ चुनाव में ही आती है और नेता आश्वासन ही थमा देते है गिरिपार पुत्र नाम से प्रचलित मनीष तोमर ने कहा की स्थानीय नेता और संबंधित विभागीय अधिकारियों को इन लोगों की कोई परवाह नहीं है, हर बार चुनाव के नाम पर गिरिपार के लोगों को सिर्फ ठगा गया है
यहां घोषणाओं के नाम पर विकास तो हुआ लेकिन ये विकास हवा हवाई साबित हुआ,