Nov 22, 2024
POLITICAL NEWS

भाजपा ने उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- पहले से तीसरे स्थान पर किया प्रत्याशी का नाम

भाजपा ने उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- पहले से तीसरे स्थान पर किया प्रत्याशी का नाम

देशआदेश

 

नगर निगम शिमला के चुनाव में भाजपा ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने कंगनाधार और छोटा शिमला में पार्टी प्रत्याशियों और उनके चुनाव चिह्न की ईवीएम के अंदर प्लेसमेंट बदलने की शिकायत की है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे खारिज कर दिया।

उधर, भारी बारिश के बावजूद चुनाव में मतदाताओं ने उत्साह दिखाया। पिछली बार जहां 57.08 फीसदी वोट थे, वहीं, इस बार 58.97 फीसदी मत पड़े, जो करीब 1.89 फीसदी अधिक रहे। 34 वार्डों से कुल 102 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। गुरुवार को छोटा शिमला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में सुबह 10:00 बजे से मतगणना होगी।

 

बिंदल ने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस सरकार ने अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए ईवीएम के अंदर उनकी प्लेसमेंट बदलने का काम किया है, जो शर्मनाक है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने मंगलवार सुबह राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के स्क्रीन शाॅट और रिपोर्ट डाउनलोड की, जिसके हिसाब से वार्ड नंबर 28 छोटा शिमला में भाजपा के उम्मीदवार संजीव चौहान के चिह्न वाला बटन पहले नंबर पर था, जिसे आयोग ने अलाॅटमेंट किया था।

इसलिए भाजपा ने प्रचार के दौरान और जो डमी बैलेट बनाए थे, उसके अंदर भी भाजपा उम्मीदवार को पहले नंबर पर दिखाया था।

जब मशीनें खोली तो उसमें भाजपा उम्मीदवार के चिह्न का बटन दूसरे नंबर पर था और कांग्रेस उम्मीदवार को तीसरे से पहले स्थान पर कर दिया।

वार्ड 30 कंगनाधार में भी भाजपा उम्मीदवार रेणू चौहान तीसरे नंबर पर थीं, लेकिन जब मशीन खुली तो उन्हें चौथे नंबर पर दर्शाया गया।

वहीं, इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव सुरजीत राठौर ने कहा कि आयोग ने चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों का क्रम हिमाचल प्रदेश नगर निगम निर्वाचन नियम 2012 के नियम 42 के अनुसार हिंदी वर्णमाला के हिसाब से तय किया है। इसी क्रम में मतपत्र पर प्रत्याशियों के नाम मुद्रित किए जाते हैं।

चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों ने तैयार की है। निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को यह सूची 21 अप्रैल 2023 को उपलब्ध करवाई गई थी। इसी सूची के आधार पर ही मतपत्र तैयार किए गए हैं।

ईवीएम को भी चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियाें की सूची के आधार पर तैयार किया गया है। चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची और मतपत्र में मुद्रित नामों में कोई अंतर नहीं है। इसलिए भाजपा की शिकायत तथ्यों से परे है।