Sep 8, 2024
HIMACHAL

एशियाई खेलों में सोना जीतने वाले खिलाड़ियों पर धनवर्षा

एशियाई खेलों में सोना जीतने वाले खिलाड़ियों पर धनवर्षा, 15-15 लाख देगी हिमाचल सरकार

 

चीन ने हांगझोऊ में हुए एशियन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले हिमाचल के खिलाड़ियों को राज्य सरकार 15-15 लाख रुपये देगी।

वहीं, 2022 में राष्ट्र मंडल खेलों के पदक विजेता तीन खिलाड़ियों रेणुका ठाकुर, विकास ठाकुर और आशीष कुमार को प्रदेश सरकार 63 लाख रुपये देगी।

युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार हिमाचल की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कृत संकल्प है।

हाल ही में चीन के हांगझोऊ में आयोजित एशियन खेलों के पदक विजेता हिमाचली खिलाड़ियों को सरकार की ओर से करीब एक करोड़ रुपये के नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि 29 सितंबर से 8 अक्तूबर 2023 तक आयोजित एशियन खेलों में सूबे के छह पदक विजेताओं में शामिल रहे। वहीं, सात अन्य खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में भाग लिया।

 

उन्होंने कहा कि गोल्ड जीतने वाली भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान सिरमौर जिले के शिलाई निवासी रितु नेगी, पुष्पा राणा, सुषमा, बिलासपुर की निधि शर्मा, सोलन की ज्योति और कबड्डी पुरुष वर्ग में ऊना जिले के विशाल भारद्वाज स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रहे हैं।

इन सभी छह खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

इसके अतिरिक्त बिलासपुर जिले की दीक्षा कुमारी, प्रियंका ठाकुर व शालिनी ठाकुर, सोलन जिले की निधि शर्मा, मिताली शर्मा, भावना एवं मेनका ने हैंडबॉल खेल स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व किया।

इन सभी सात खिलाड़ियों को एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इसके अतिरिक्त युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की ओर से वर्ष 2022 में राष्ट्र मंडल खेलों में पदक जीतने वाले तीन खिलाड़ियों रेणुका ठाकुर, विकास ठाकुर और आशीष कुमार को पुरस्कार स्वरूप 63 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदेश सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी।

 

केंद्र से मदद सिर्फ आश्वासन और भाषणों तक सीमित

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने केंद्र सरकार की ओर से राज्य को वित्तीय सहायता देने के प्रदेश भाजपा नेताओं के दावों को भ्रामक और हास्यास्पद बताया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को भाजपा नेता सुर्खियां बटोरने का माध्यम बना रहे हैं। भाजपा नेता बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि आपदा के दौरान केंद्र ने प्रदेश की भरपूर मदद की। जबकि हकीकत यह है कि यह भरपूर मदद सिर्फ आश्वासनों और भाषणों तक ही सीमित है।
भाजपा नेता हिटलर के प्रोपेगेंडा मंत्री जोसेफ गेबल्ज की राह पर चल रहे हैं। वह हमेशा तर्क देता था कि यदि एक झूठ बार-बार बोला जाए तो लोग उसे सच मानना शुरू कर देते हैं। प्रदेश की जनता भाजपा नेताओं की बातों से भली-भांति परिचित है।
उन्होंने कहा कि केंद्र से हिमाचल को अतिरिक्त सहायता व विशेष राहत पैकेज का एक पैसा भी नहीं मिला है।
प्रदेश की 315 करोड़ की राहत राशि पिछले कुछ वर्षों से केंद्र सरकार के पास लंबित थी, उसमें से 189 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, वहीं एसडीआरएफ के तहत सिर्फ 360 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
इसमें से 180 करोड़ रुपये की पहली किस्त जून माह में और 180 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त अग्रिम में जारी कर दी थी जो दिसम्बर माह में मिलनी थी।