फोर्टिफाइड चावलों से असमंजस में लोग, विभाग को कर रहे शिकायतें
फोर्टिफाइड चावलों से असमंजस में लोग, विभाग को कर रहे शिकायतें
लोग चावलों में प्लास्टिक और गुणवत्ता पर उठा रहे सवाल
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विभाग का दावा डिपुओं में फोर्टिफाइड चावल हो रहे उपलब्ध
गर्भवती महिलाओं और शिशुओं में रक्त की कमी से भी बचाव
प्रदेश के लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं में मिल रहे फोर्टिफाइड चावल से उपभोक्ता अभी भी असमंजस में हैं।
उपभोक्ता लगातार विभाग को शिकायतें कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि डिपुओं में मिलने वाले चावलों में प्लास्टिक आ रहा है। इससे वह गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। दूसरी ओर विभाग चावलों में फोर्टिफाइड युक्त होने का दावा कर रहा है। साथ ही इसका सेवन करने से सेहत के लिए काफी लाभ होता है।
वहीं यह एनीमिया बीमारी से भी रक्षा करता है। चावलों में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के मानदंडों के अनुसार फोर्टिफाइड मिलाया जाता है।
प्रतिदिन आहार में आयरन, विटामिन, फोलिक एसिड युक्त फोर्टिफाइड चावलों का इस्तेमाल करने से रक्त में आयरन की मात्रा संतुलित बनाने में भी सहायता मिलती है।
इसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं और शिशुओं मेंं रक्त की कमी से होने वाले प्रभावों से बचाव होता है। यह चावल पानी में भिगोने के बाद फूल जाते हैं। इसके बाद उपभोक्ता संशय में पड़ रहे हैं।
डीएफएससी सोलन नरेंद्र धीमान ने बताया कि लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकान पर गुणवत्ता से भरपूर चावल उपलब्ध करवाए जाते हैं। फोर्टिफाइड चावल पूर्णत: सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरपूर हैं।
उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि फोर्टिफाइड चावलों और डबल फोर्टिफाइड नमक का सेवन नियमित तौर से करें, ताकि प्रतिदिन आहार में आयरन, विटामिन, फोलिक एसिड की मात्रा संतुलित बनी रहे।